रिपोर्ट-संजय सिंह राणा
चित्रकूट– सरकारी नौकरी पाने के लिए जहां लोग दर-दर की ठोकरें खाते हुए नजर आते हैं वहीं दूसरी ओर कुछ लापरवाह कर्मचारी ऐसे भी हैं जो नौकरी पाने के बावजूद भी अपनी मनमानी करते हुए नजर आते हैं व ड्यूटी पर कभी नहीं जाते हैं व बिना सेवा दिए ही सरकारी पैसे का लाभ ले रहे हैं
ऐसा ही एक मामला सामने आया है चित्रकूट जिले के मानिकपुर तहसील में तैनात कर्मचारी चन्द्र प्रकाश का
सदर तहसील के पुरवा तरौंहा गांव का निवासी संग्रह सेवक चंद्र प्रकाश मानिकपुर तहसील में कार्यरत जो वर्ष 2014 से आज तक अपने कार्य में उपस्थित नहीं हुआ बल्कि अपने पुत्र लव कुश द्वारा वर्ष 2017 तक कार्य करवाता रहा वहीं वर्तमान में अपने छोटे पुत्र अनिल कुमार उर्फ विद्यासागर से कार्य करवा रहा है
सबसे बड़ी सोचने वाली बात यह है कि संग्रह सेवक के रूप में तैनात कर्मचारी चंद्र प्रकाश की मनमानी देखते ही बनती हैं जहां पर सरकारी सेवा ले रहा है वह ड्यूटी पर कभी नहीं जा रहा है वहीं दूसरी ओर सरकारी योजनाओं का लाभ भी मनमाने तरीके से उठा रहा है
सरकार की जनकल्याणकारी योजना राष्ट्रीय खाद्य सुरक्षा अधिनियम के तहत खाद्यान्न उठाना हो या मनरेगा के तहत जाब कार्ड का लाभ लेना…
हर जगह धोखाधड़ी करते हुए सरकारी योजनाओं का लाभ ले रहा है l
जिला मुख्यालय के एसडीएम कॉलोनी निवासी सुशील कुमार ने उच्चाधिकारियों को भेजे गए पत्र में बताया कि पुरवा तरौंहा गांव के निवासी चंद्रप्रकाश जो पिछले कई वर्षों से अपनी ड्यूटी से गायब है व उनके पुत्रों द्वारा उनकी जगह पर उपस्थित पूरी की जा रही है जो शासन के नियमानुसार पूर्णतया गलत है l
सुशील कुमार ने शासन प्रशासन से उपरोक्त मामले की जांच कराते हुए लापरवाह कर्मचारी संग्रह सेवक चंद्रप्रकाश पर कार्यवाही करने की मांग की है l
सबसे बड़ी सोचने वाली बात यह है कि पिछले कई वर्षों से तैनाती के बावजूद सेवा नहीं देने वाले कर्मचारी संग्रह सेवक चन्द्र प्रकाश के ऊपर जिला प्रशासन कब शिकंजा कसने का काम करेगा l