ग्राम प्रधान व सचिव की लापरवाही से पेयजल का संकट
हैंडपंपों के मरम्मती करण के नाम पर फर्जीवाड़ा
रिपोर्ट- संजय सिंह राणा
चित्रकूट- जिले के पठारी क्षेत्र में पेयजल का संकट हमेशा से रहा है पेयजल के संकट को दूर करने के लिए जन प्रतिनिधियों से लेकर प्रशासनिक अधिकारियों जनता से पेयजल का संकट दूर करने के कई बार दावे किए जाते रहे हैं लेकिन आज वही दावे जमीनी हकीकत से कोषों दूर है।
पेयजल आपूर्ति के नाम पर हैंडपंप व कूपो का मरम्मती करण कागजों तक ही सीमित रह गया है जबकि हैंडपंप व कुओं के हालात देखते ही बनते हैं l
मामला मानिकपुर विकास खंड के गांव डोंडा माफ़ी का है जहां पेयजल का संकट दूर करने के नाम पर हैंडपंप व कुओं का निर्माण कराया गया लेकिन हैंडपंप बिगड़ जाने के बाद उन्हें बनवाने वाला कोई नहीं है ग्रामीणों द्वारा जब हैंडपंप बनवाने के लिए ग्राम प्रधान सचिव से कहा जाता है तो वह भी अनदेखी करते हुए नजर आते हैं l
भीम आर्मी भारत एकता मिशन की टीम जब ग्राम पंचायत का निरीक्षण किया तो पता चला कि इस गांव में पेयजल आपूर्ति के साधन तो हैं लेकिन उनकी देख रेख नहीं होने के चलते पेयजल का संकट बना हुआ है l
भीम आर्मी जिलाध्यक्ष संजय सिंह राणा ने कहा कि पेयजल के संकट को दूर करने के लिए जिला प्रशासन के जिम्मेदार अधिकारियों को अवगत कराया जाएगा व लापरवाही बरतने वाले ग्राम प्रधान व सचिव के ऊपर कार्यवाही कराए जाने का काम किया जाएगा l जिससे पेयजल का संकट दोबारा न उत्पन्न हो सके l