ढिबरी के सहारे घर होता रोशन
रिपोर्ट-संजय सिंह राणा
चित्रकूट– प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी का सपना था कि हर घर को विद्युत व्यवस्था पहुंचाई जाएगी जिसके चलते गांव गांव विद्युतीकरण का कार्य बड़ी तेजी से किया गया था लेकिन ठेकेदारों की मनमानी के चलते व जिम्मेदार अधिकारियों की लापरवाही के चलते आज भी कई गांव के मजरे विद्युतीकरण योजना से लाभान्वित नहीं हो पाए हैं वही जहां पर बिजली पहुंच गई है वहां पर खाली खंबे खड़े हुए हैं लेकिन उनमें आज भी तारे नहीं लगाई गई है l
लोगों के घरों में मीटर लगाकर विद्युत का कनेक्शन दिखा दिया गया है लेकिन एक भी दिन बिजली नहीं चल पाई है लेकिन लोगों के बराबर बिल आने शुरू हो गए हैं l
ऐसा ही एक मामला सामने आया है रामनगर विकासखंड के ग्राम पंचायत उफरौली का l
ग्राम पंचायत उफरौली की बुजुर्ग महिला प्रेमा द्वारा बताया गया कि साहब बिजली का मीटर तो लगभग 1 साल पहले लगा दिया गया था व तार खींच दी गई थी लेकिन खंभे में आज तक तार नहीं जुड़ पाई है ना ही आज तक एक बल्ब जल पाया है l महिला ने बताया कि इस बारे में जब ठेकेदार से कहा जाता था तो कह देता था जल्द ही लाइट जलने लगेगी लेकिन आज तक लाइट नहीं जलीl
ठेकेदार द्वारा सिर्फ मीटर लगा कर छोड़ दिया गया जिसमें बिल आना शुरू हो गया वृद्ध महिला ने बताया कि मेरे घर में कभी बिजली नहीं होने के चलते हमेशा अंधकार बना रहता है जो घर रोशन किया जाता है वह सिर्फ ढिबरी के सहारे ही घर रोशन हो पाते हैं इधर-उधर देखकर लगता है कि काश मेरे घर में भी बिजली जलती होती l
लेकिन यह सपना अधूरा का अधूरा रह गया विद्युतीकरण जब हो रहा था तो ऐसा लग रहा था कि जल्द ही घरों में बल्ब जलते हुए दिखाई देंगे लेकिन ठेकेदार द्वारा मीटर व कनेक्शन तो कर दिया गया लेकिन यह कनेक्शन खंभे में नहीं किया गए सिर्फ बाहर ही लगा कर छोड़ दिया गया वृद्ध महिला प्रेमा ने बताया कि मिट्टी का तेल भी नहीं मिल पाता है जिसके कारण भारी मुश्किलों का सामना करना पड़ता है जो मिट्टी का तेल मिलता है वह भी दूर से लाना पड़ता है वह मनमाने रेट पर मिलता है 1 लीटर तेल को 3 महीने तक चलाना पड़ता है
सरकार द्वारा विद्युतीकरण योजना को गांव-गांव तक पहुंचाने का काम किया गया है लेकिन ठेकेदारों व जिम्मेदार अधिकारियों की मनमानी के चलते आज भी लोगों को बिजली नहीं मिल पा रही है जिसके कारण लोग खासा परेशान हो रहे हैं बूढ़ी माता यह आस लगाए बैठी है कि कब मेरे घर की लाइट जलेगी वर्क अब इस डिग्री से छुटकारा मिल सकेगा आधुनिक भारत निर्माण का सपना दिखाने वाली सरकार को जिम्मेदार अधिकारी और ठेकेदारों द्वारा करारा तमाचा मारने का काम किया जा रहा है जिसमें सरकारी निर्देशों का खुला उल्लंघन करते हुए ठेकेदार व अधिकारी अपनी मनमानी करते हुए आधा अधूरा काम छोड़कर भुगतान करने में मस्त हो जाते हैं वह मनमाने तरीके से सरकारी पैसे का बंदरबांट करते हैं जिले के कई ऐसे ग्रामीण इलाके हैं जहां पर आज भी विद्युतीकरण नहीं हो पाया है कहीं पर खंभे लगे हुए हैं तो कहीं पर खंभे भी नहीं मिलेंगे जो खंबे लगे भी हैं वह भी बिना तार के खाली खड़े हुए हैं लेकिन लोगों के घरों में मीटर लगा दिया गया है जिसके कारण अभी से आना चालू हो गया है आखिर ऐसे लापरवाह अधिकारियों व कर्मचारियों के ऊपर जिला प्रशासन का शिकंजा कसने का काम करेगा यह एक बड़ा सवाल है l