रिपोर्ट- संजय सिंह राणा
चित्रकूट। रैपुरा रेंज में तैनात बाबू विजय मोहन उर्फ पिंटू की मनमानी सर चढ़ कर बोल रही है जिधर देखो उधर पिंटू बाबू के कारनामे देखने को मिल रहे हैं l मजदूरों की मजदूरी से लेकर खनन माफियाओं से मिलकर सरकारी राजस्व को क्षति पहुंचाने तक में एक बार भी चूकते नहीं हैं l वनविभाग द्वारा कराए गए कार्य हो या खनन माफियाओं की मिलीभगत… हर जगह सिर्फ़ पिंटू बाबू की हनक सुनाई देती है l पिंटू बाबू की मनमानी का एक नया कारनामा सामने आया है जहां पर एक जेसीबी मशीन चालक से मुकदमें का डर दिखाकर पैसठ हज़ार रुपए ऐठने चाहे लेकिन पैसे देने में असमर्थता व्यक्त करने पर जेसीबी मशीन चालक से बीस हज़ार रुपए लिए गए और किसी से शिकायत करने पर मुक़दमा पंजीकृत करवाने का डर दिखाकर मामले को दबाने का प्रयास किया गया l
पीड़ित जेसीबी मशीन चालक ने जब आवाज़ उठाई तो मामले को दबाने के लिए आनन फानन में बीस हज़ार रुपए की रसीद काटकर जेसीबी मशीन चालक को थमा दी गई l
पीड़ित जेसीबी मशीन चालक धीरेन्द्र सिंह पुत्र दिवाकर सिंह निवासी रैपुरा ने बताया कि ग्राम पंचायत बांधी के मजरे रामा कोल में देवी जी की तरफ जाने वाले रास्ते पर जेसीबी मशीन से रास्ता बनाया जा रहा था जिसमे रैपुरा रेंज के वन कर्मियों द्वारा मौके पर पहुंच कर वन विभाग की जमीन बताकर जेसीबी मशीन चालक व मशीन सहित थाना रैपुरा भेज दी गई जबकि जिस वन क्षेत्र की बात करते हुए जेसीबी मशीन चालक व जेसीबी मशीन पर कार्यवाही की जा रही थी वह जमीन रैपुरा रेंज में आती ही नहीं है वह जमीन ग्राम पंचायत बांधी में आती है लेकिन वन विभाग के जिम्मेदार अधिकारियों की मनमानी के चलते बिना वजह जेसीबी मशीन चालक व जेसीबी मशीन पर कार्यवाही की जा रही है l जबकि हल्का लेखपाल द्वारा जांच करने पर यह जमीन ग्राम पंचायत की है l
क्या पीड़ित जेसीबी मशीन चालक को न्याय मिल पाएगा
आखिर पिंटू बाबू की मनमानी के चलते कब तक गरीब मजदूरों का शोषण होता रहेगा l
सबसे बड़ी सोचने वाली बात यह है कि बिना वजह जेसीबी मशीन चालक व जेसीबी मशीन पर कार्यवाही करने वाले पिंटू बाबू के ऊपर कब कार्यवाही होगी l
क्या रैपुरा रेंज में तैनात बाबू की मनमानी ऐसे ही चलती रहेगी या फिर आवश्यक कार्यवाही करते हुए पिंटू बाबू को रैपुरा रेंज से हटाने का काम किया जाएगा l