दफ़नाए गए शव का दोबारा हुआ पोस्टमार्टम
संजय सिंह राणा की रिपोर्ट
चित्रकूट । एक नाबालिग की हत्या के मामले में डॉक्टरों की बड़ी घोर लापरवाही का मामला सामने आया है। डॉक्टरों ने पीएम रिपोर्ट में हत्या की जगह आत्महत्या की रिपोर्ट लगाई है ।
आपको बता दें कि 25 अप्रैल को सरैया चौकी क्षेत्र के अहिरी पुरवा गांव में रामचरण विश्वकर्मा का बेटा धन प्रसाद उर्फ़ धुन्नू घर का सामान लेने के लिए 15 सौ रुपए लेकर बाजार के लिए निकला था। रास्ते में उसके दो नाबालिग दोस्त मिल गए । उसे बहला फुसला ले जाकर जंगल में ले गए और साथ ही उसकी गला दबाकर पत्थरों से कूच कूच कर हत्या कर दी । उसकी जेब में पड़े 15 सौ रुपए छीन लिए। परिजन उसको ढूंढते रहे तो जब देर शाम नहीं मिला तो पुलिस में सूचना दी थी।
इसके बाद गढ़ चपा के जंगल के पास मृतक धन प्रसाद का शव बरामद हो गया था जिस पर परिजनों ने दो नाबालिग सहित तीन लोगों के खिलाफ थाने में हत्या का मुकदमा दर्ज कराया था। इसके बाद अगले दिन मृतक धन प्रसाद का पीएम कराया गया था लेकिन डॉक्टरों ने पीएम रिपोर्ट में हैंगिंग दिखाई थी। इस रिपोर्ट को देखकर पुलिस के हाथ पैर फूल गए और परिजनों को सूचना मिलते ही जिलाधिकारी से दोबारा पोस्टमार्टम कराने की मांग की थी।
जिलाधिकारी शेषमणि पांडे ने तीन डाक्टरों का पैनल गठित करते हुए दुबारा पोस्टमार्टम करवाया था। इसमें उन चोट के निशानों को पीएम रिपोर्ट में बढ़ाया गया था। ऐसे में डॉक्टरों की इस कार्यशैली पर परिजनों ने डॉक्टरों पर गंभीर आरोप लगाए हैं । लापरवाह डॉक्टरों के खिलाफ कार्रवाई करने की मांग की है । इस पूरे प्रकरण में जिम्मेदार अधिकारियों ने चुप्पी साध ली है और कार्रवाई करने की बजाय मामले को रफा-दफा करने में जुटे हुए हैं।