एक ही कक्ष में शिक्षण कार्य करते तीन कक्षाओं के नौनिहाल
रिपोर्ट-संजय सिंह राणा
चित्रकूट– शिक्षा के स्तर को बढ़ावा देने के लिए जहां सरकार हर संभव प्रयास कर रही है वहीं दूसरी ओर जिम्मेदार अधिकारियों की मनमानी के चलते शिक्षा व्यवस्था पर पलीता लगाने का काम किया जा रहा है जिसके चलते नौनिहालों के भविष्य के साथ खिलवाड़ किया जा रहा है शिक्षा व्यवस्था का आलम यह है कि एक ही कक्ष में तीन कक्षाओं के छात्रों को पढ़ना पड़ रहा है जिसके चलते बच्चों की पढ़ाई सही तरीके से नहीं हो पा रही है lलेकिन जिम्मेदार अधिकारी इस पर कोई ध्यान नहीं दे रहे हैं l
मामला है खंड शिक्षा अधिकारी कार्यालय मानिकपुर में बने कंपोजिट विद्यालय पुराना मानिकपुर का l
बीआरसी परिसर में बने कंपोजिट विद्यालय में भवन नहीं होने के कारण नन्हे मुन्ने नौनिहालों को एक ही कक्ष में पढ़ना पढ़ रहा है जिसके चलते इन नौनिहालों की पढ़ाई सही तरीके से नहीं हो पा रही है बीआरसी परिसर में चल रहे कंपोजिट विद्यालय के हालात देखते ही बनते हैं जहां पर पूर्व माध्यमिक विद्यालय के नाम पर सिर्फ एक कमरा है जहां पर ऑफिस बना हुआ है वहीं दूसरी ओर प्राथमिक विद्यालय में संयुक्त भवन बने हैं जिसमें प्राथमिक विद्यालय के बच्चे ही पढ़ाई कर पाते हैं कंपोजिट विद्यालय में तैनात शिक्षिका द्वारा बताया गया कि विद्यालय में भवन नहीं होने के चलते इन बच्चों की पढ़ाई में भारी नुकसान हो रहा है बीआरसी भवन के एक कक्ष में तीन कक्षाओं के बच्चों को पढ़ाना पड़ रहा है l
लेकिन… करें तो क्या करें..
कोई भी जिम्मेदार अधिकारी ध्यान देने को तैयार नहीं है जबकि कई बार खंड शिक्षा अधिकारी मानिकपुर व जिला बेसिक शिक्षा अधिकारी को पत्र लिखकर अवगत भी कराया गया लेकिन उनकी तरफ से कोई ध्यान नहीं दिया गया l
सबसे बड़ी सोचने वाली बात यह है कि जहां सरकार स्कूल चलो अभियान व सर्व शिक्षा अभियान के तहत बच्चों की शिक्षा व्यवस्था के नाम पर सरकार करोड़ों रुपए खर्च कर रही है व कायाकल्प योजना के तहत विद्यालयों का मरम्मतीकरण करा रही है जिसके चलते नौनिहाल बच्चों के पठन-पाठन में कोई समस्या ना हो सके व परिषदीय विद्यालयों में पढ़ने वाले बच्चों को मुफ्त किताबें बैग जूते स्वेटर सहित मिड डे मील की व्यवस्था किए हुए हैं लेकिन जिला बेसिक शिक्षा अधिकारी व खंड शिक्षा अधिकारी की मनमानी के चलते इन नौनिहालों के पढ़ने के लिए भवन तक नहीं है जो शिक्षा व्यवस्था पर एक सवालिया निशान है l
शिक्षा व्यवस्था के स्तर को देखते हुए यह शब्द जरूर निकल आते हैं कि जिलाधिकारी महोदय जी,
परिषदीय विद्यालयों की शिक्षा व्यवस्था की गंभीरता से जाँच कराकर दोषियों के खिलाफ आवश्यक कार्यवाही करने का कदम उठाने का काम करें जिससे विद्यालयों में शिक्षा का स्तर मजबूत हो सके l