रिपोर्ट-संजय सिंह राणा
चित्रकूट-ज़हरीली दावत में तक़रीबन 250 मेहमान मरीज़ बनकर चिकित्सालयों में भर्ती हुए थे जिसके बाद स्वास्थ्य विभाग की टीम ने इलाको में स्वास्थ्य टीम भेजकर बीमारो को दवा वितरित करवाई थी उसी क्रम में खाद्य विभाग की टीम ने समारोह आयोजक की निशानदेही पर खाद्य सामग्री की दुकानों में छापेमारी की।अभिहीत अधिकारी चेतराम प्रजापति ने बताया कि आयोजक के बयान के मुताबिक तेल मसालों की सैम्पलिंग कर ली गई है। मरीज़ो के मुताबिक पनीर खराब होने की संदिग्धता है। पनीर सरकारी डेयरी पराग कपसेठी से लिया गया है जिसके खुलने के बाद पनीर की भी सैम्पलिंग की जाएगी और निश्चित दोषी के खिलाफ कानूनी कार्यवाही की जाएगी। इस पूरे मामले में जिला प्रशासन लगातार तीमारदारो से संपर्क में हैं और मरीज़ो को बेहतर इलाज के वायदे भी कर रहा है। हालांकि मरीज़ो की संख्या धीरे धीरे बढ़ रही है और सुबह से लगातार इलाके में एम्बुलेंस दौड़ दौड़कर गंभीर हालत के मरीज़ो को चिकित्सा हेतु ज़िला अस्पताल ले जा रही है।
ज़हरीली दावत के बीमार मेहमानों की मेजबानी करने बाँदा से बुलाई गई मेडिकल टीम
ज़हरीली दावत मामले में काफी मरीज़ो की हालत में सुधार न होने के चलते सीएमओ डॉ विनोद कुमार यादव बेहद फिक्रमंद दिखे l सीएमओ ने बांदा से अतिरिक्त मेडिकल टीम बुलवाकर मरीज़ो का चेकअप शुरू करवाया। 4 वरिष्ठ चिकित्सको की टीम के इलाज के बाद मौजूदा समय मे संयुक्त जिला चिकित्सालय सोनेपुर में भर्ती मरीजो की हालत में थोड़ा सुधार बताया जा रहा है। वहीं दूसरी तरफ खाद्य विभाग टीम छापेमारी के बाद अभी तक किसी तरह की सफलता तक पहुँच पाने में अक्षम साबित हो रहा है l
सेंपल फेल होने के बाद भी नहीं होती कार्यवाही,धड़ल्ले से चल रही अनसेफ़ दूध डेयरियां
खाद्य सुरक्षा विभाग द्वारा जांच के नाम पर दूध डेयरियों व किराना की दुकानों से सेंपल तो बड़ी मात्रा में लिया जाता है लेकिन कार्यवाही शून्य दिखती है l
खाद्य सुरक्षा विभाग की टीम द्वारा जिला मुख्यालय के ट्रैफिक चौराहे के पास स्थित श्री कृष्णा दूध डेयरी, शंकर दूध डेयरी व गौरी दूध डेयरी सहित कई दूध डेयरियों में मिलावटी दूध व सामग्री बड़ी मात्रा में बनाई जाती है जिसमें डिटर्जेंट, यूरिया व केमिकल मिलाकर सिंथेटिक दूध बनाया जाता है व पनीर बनाई जाती है जिसमें मिलावट खोरी के चलते आम जनता के स्वास्थ्य के साथ खिलवाड़ किया जा रहा है l
खाद्य सुरक्षा विभाग द्वारा श्री कृष्णा दूध डेयरी में लगभग चार बार छापेमारी की गई व सेंपल भरा गया व जाँच के लिए लेबोरेटरी लैब भेजा गया जिसमें भेजे गए सेम्पल के अनुसार चारों बार दूध अनसेफ़ पाया गया l लेकिन चार बार अनसेफ़ होने के बावजूद श्री कृष्णा दूध डेयरी धड़ल्ले से संचालित है जिसमे आज भी बड़ी मात्रा में सिंथेटिक दूध का उत्पादन किया जा रहा है l
जिला चिकित्सालय में भर्ती मरीजों से मिलने पहुंचे जिलाधिकारी शेषमणि पाण्डेय जी द्वारा मामले की जाँच कराकर दोषियों के ऊपर आवश्यक कार्यवाही करने की बात कही गई l
लेकिन मिलावटी दूध का बड़ी मात्रा में संचालन करने वाली व लेबोरेटरी लैब द्वारा अनसेफ़ घोषित की गई श्री कृष्णा दूध डेयरी सहित शंकर दूध डेयरी व गौरी दूध डेयरी पर जिलाधिकारी महोदय कब कार्यवाही करने का काम करेंगे l