रिपोर्ट-संजय सिंह राणा
चित्रकूट -कौशल विकास एवं उद्यमशीलता मंत्रालय भारत सरकार द्वारा वित पोषित एवं दीनदयाल शोध संस्थान द्वारा संचालित जन शिक्षण संस्थान, चित्रकूट ने सामाजिक दूरी का पालन करते हुए सत्र 2019-20 के प्रशिक्षणार्थियों को प्रमाण पत्र वितरित किये। कार्यक्रम का शुभारम्भ अतिथियों ने भारत रत्न नानाजी देशमुख एवं एकात्म मानव दर्शन के प्रणेता पं. दीनदयाल उपाध्याय के चित्र पर माल्यार्पण के साथ किया।
कार्यक्रम का शुभारम्भ करते हुए जन शिक्षण संस्थान के कार्यकारी निदेशक राजेन्द्र सिंह ने संस्थान के प्रशिक्षण कार्यक्रम को सुव्यस्थित ढंग से चलाने की जानकारी दी। और उन्होंने बताया कि कोरोना वायरस महामारी के कारण भविष्य की कार्य योजना कैसे चलेगी और उसमें प्रशिक्षकों का सहयोग क्या होगा उस पर विस्तार से चर्चा की।
अपने उद्बोधन में दीनदयाल शोध संस्थान के संगठन सचिव एवं जन शिक्षण संस्थान के अध्यक्ष अभय महाजन ने कहा कि कोविड-19 के कारण जिस प्रकार के संक्रमण काल से हम सभी देशवासी गुजर रहे हैं उसमें सभी को सजग एवं सचेत रहते हुए अनलॉक-2 का पालन करते हुए माननीय प्रधानमंत्री के आत्म निर्भर भारत के सपने को साकार करना है। हम सभी अपने स्तर पर अपने-अपने क्षेत्र में उपलब्ध संसाधनों के आधार पर प्रशिक्षण कार्यक्रमों का संचालन करत रहे हैं तो अब स्थानीय स्वनिर्मित वस्तुओं को अधिक से अधिक महत्व देकर उन्हें प्रोत्साहित करें तथा अपना उत्पादन एवं विपणन स्थानीय स्तर पर करें। हमें ज्यादा से ज्यादा स्थानीय उत्पादों पर जोर देना है। अपने कौशल का उपयोग परिवार, समाज व राष्ट्र की उन्नति के लिये करना है।
इस दौरान दीनदयाल शोध संस्थान के दिशादर्शन केन्द्र के प्रभारी विनीत श्रीवास्तव ने प्रशिक्षणार्थियों से कहा कि हम सभी को वर्तमान की चुनौतियों को स्वीकार कर स्वर्णिम भविष्य का निर्माण करना है। नकारात्मक विचारों को त्याग कर सकारात्मक दिशा में कार्य करना है। अपने आत्म विश्वास को बनाये रखते हुए आगे बढ़ना है। यह समय हमारे लिये अवसर और चुनौतियां दोनों लेकर आया है, जिसमें श्रेष्ठ करने का श्रेष्ठ पाने का और श्रेष्ठ बनने का अवसर है।
इस अवसर पर कर्वी, शिवरामपुर, पहाड़ी, मानिकपुर के 35 अनुदेशकों को प्रमाण पत्र वितरित किये वहीं मऊ क्षेत्र में सम्पन्न हुए कार्यक्रम में 24 अनुदेशकों तथा राजापुर क्षेत्र में 5 अनुदेशकों सहित लगभग 36 प्रशिक्षणार्थियों ने अलग-अलग स्थान पर अपनी सहभागिता दर्ज की। कार्यक्रम में जन शिक्षण संस्थान के समस्त कार्यकर्ता एवं समाजशिल्पी दम्पत्ति उपस्थित रहे।