रिपोर्ट-संजय सिंह राणा
चित्रकूट-बेसहारा गोवंशों को सहारा देने के लिए जहां सरकार गांव-गांव पशु आश्रय स्थल खोलने के निर्देश दिए हैं जिसके चलते प्रत्येक ग्राम पंचायतों में अस्थाई व स्थाई गौशाला का निर्माण किया गया है जिससे इन बेजुबानो को आश्रय मिल सके लेकिन जिम्मेदार अधिकारियों सहित ग्राम प्रधान व सचिव की मनमानी के चलते इन बेसहारा गोवंशों के साथ क्रूरता का व्यवहार किया जा रहा है जिसके चलते पशु आश्रय स्थल में इन बेसहारा गोवंशों को चारे पानी की सही तरीके से व्यवस्था नहीं की जा रही है व इन बेजुबानों की भूख से तड़प तड़प कर जान जा रही है। दूसरी ओर ठंड से बचाव के लिए सही तरीके से व्यवस्था नहीं किए जाने के कारण इन बेजुबानों की मौतें हो रही हैं l
ऐसा ही एक मामला सामने आया है पहाड़ी विकासखंड के ग्राम पंचायत मिर्जापुर में बने अस्थाई गौशाला का l
जहां पर ग्राम प्रधान व सचिव की मनमानी के चलते इन बेजुबान गोवंशों के चारे पानी की सही तरीके से व्यवस्था नहीं हो पा रही है व ठंड से बचने के कोई उपाय नहीं किए जा रहे हैं जिसके चलते भूख व ठंड के कारण यह बेजुबान गोवंश तड़प तड़प कर जान दे रहे हैं l
गोवंशों की दर्दनाक मौत की खबर मिलने के बाद दिनांक 30 जनवरी 2020 को शाम 6:00 बजे जब मिर्जापुर स्थित अस्थाई गौशाला में निरीक्षण किया गया तो देखा कि 1 गोवंश भूख व ठंड से तड़प तड़प कर मर रहा है जिसके बारे में गौशाला में तैनात कर्मचारी से पूछा गया तो उसने बताया कि इस गौशाला में सही तरीके से व्यवस्था नहीं होने के कारण प्रतिदिन दो से तीन जानवर मर रहे हैं जिसमें आज ही 3 जानवरों की मृत्यु हो चुकी है व 1 गोवंश भूख व ठंड से तड़प तड़प कर मर रहा है l
मजदूर से जब डॉक्टर के विषय में पूछा गया तो उसके द्वारा बताया गया कि डॉक्टर यहाँ कभी कभार आता है बीमार गौवंशों का सही इलाज नहीं होने के कारण गोवंश मर रहे हैं लेकिन कोई ध्यान नहीं दे रहा है l
मजदूर द्वारा बताया गया कि इस अस्थाई गौशाला में तीन लोग कार्यरत हैं जिसका पैसा आज तक नहीं मिल पाया है जब प्रधान से पैसे के बारे में कहा जाता है तो वह भी कहता है बस कुछ दिन में ही मिल जाएगा l
गौशाला में तैनात मजदूर द्वारा बताया गया कि इन गौशाला में ग्राम प्रधान तो कभी-कभी आ जाते हैं लेकिन सचिव व बीडीओ व एडीओ पंचायत कभी भी देखने नहीं आते हैं l गौवंशों के तड़पते दर्द को देखते हुए पत्रकार संजय सिंह राणा द्वारा गोवंश कंट्रोल रूम चित्रकूट जाकर शिकायत दर्ज कराई गई जिसमें गोवंश प्रभारी राकेश चंद्र पाठक जी ने मामले को गंभीरता से लेते हुए शिकायत दर्ज की व आश्वासन दिया गया कि जल्द से जल्द समस्या का निस्तारण कराया जाएगा l
प्रभारी महोदय ने बताया कि शिकायत को गंभीरता से लेते हुए जिलाधिकारी महोदय, मुख्य विकास अधिकारी महोदय, जिला विकास अधिकारी, परियोजना अधिकारी ,मुख्य पशु चिकित्साधिकारी चित्रकूट व खंड विकास अधिकारी पहाड़ी को पत्र के माध्यम से समस्या के निस्तारण हेतु पत्र लिखा जाएगा जिससे जल्द से जल्द समस्या का निस्तारण हो सके l
सबसे बड़ी सोचने वाली बात यह है कि जिलाधिकारी महोदय के सख्त निर्देश के बावजूद भी खंड विकास अधिकारी व सहायक विकास अधिकारी पंचायत सहित ग्राम प्रधान व सचिव की मनमानी खूब देखने को मिल रही है इन बेसहारा गोवंशों के खाने पीने व दवा सहित ठंड से बचाव के कोई खास इंतजाम नहीं किए जा रहे हैं जिसके चलते यह बेजुबानों की भूख व ठंड से तड़प तड़प कर जान जा रही है l
आखिर ऐसे लापरवाह अधिकारियों व कर्मचारियों के ऊपर जिला प्रशासन का शिकंजा कसने का काम करेगा l यह एक बड़ा सवाल है l