रिपोर्ट-संजय सिंह राणा
चित्रकूट– बेमौसम बरसात ने एक बार फिर किसानों की लिए आफत खड़ी कर दी हैं ओलावृष्टि चलते किसानों की हजारों बीघे फसल चौपट हो गई है जिसके चलते किसान एक बार फिर भुखमरी की कगार पर आकर खड़ा हो गया है l
चित्रकूट जिले के पहाड़ी विकासखंड व रामनगर विकास खंड क्षेत्र के अंतर्गत हुई ओलावृष्टि से भारी फसलों का नुकसान हुआ है ओलावृष्टि के चलते हजारों भीगे फसल नष्ट हो गई हैं सबसे बड़ी सोचने वाली बात यह है कि ओलावृष्टि के चलते बर्बाद हुई फसलों के नुकसान का यह गरीब किसान किससे हिसाब किताब ले l विगत वर्षों भीषण सूखे की मार झेल चुके जनपद चित्रकूट में किसानों के हालात देखते ही बनते थे lजहां पर किसान भुखमरी की कगार पर आकर खड़ा हो गया था l
इस वर्ष सामान्य बारिश होने के चलते किसानों के चेहरे में खुशी की लहर देखने को मिल रही थी लेकिन इन किसानों पर कुदरत का कहर इस तरह बरपा की एक बार फिर किसान कुदरत के कहर को लेकर हताश हो गया है l
जिले के रामनगर व पहाड़ी विकासखंड के ज्यादातर इलाकों में ओलावृष्टि के चलते हजारों बीघा फसल नष्ट हो गई है l
कुदरत का कहर इस तरह बरपा की बड़ी मात्रा में पत्थर पड़ा जो फसलों को नेस्तनाबूद करता चला गया l ओलावृष्टि का पत्थर इतनी भारी मात्रा में गिर रहा था कि पेड़ों की टहनियां तक कट कट गिर रही थी l
वहीं दूसरी ओर गेहूं चने सरसो अरहर सहित कई फसलों को बड़ा नुकसान देखने को मिल रहा है ओलावृष्टि के पत्थर से किसानों का सीना छलनी हो गया है l
अब अन्नदाता के सामने यह सवाल खड़ा हो गया है कि अपने परिवार के भरण-पोषण के लिए क्या करेंगे l
सबसे ज्यादा सोचनीय विषय यह है कि ,
क्या जिला प्रशासन किसानों की फसलों के हुए नुकसान की भरपाई कर पाएगा l