फोन कॉल से हो रहा मरीजों की हर समस्या का समाधान
संजय सिंह राणा की रिपोर्ट
चित्रकूट- जिले में कोरोना की रोकथाम के लिए जिला प्रशासन के सहयोग से स्वास्थ्य विभाग सक्रिय है। कोरोना मरीजों की उचित देखभाल और चिकित्सकीय परामर्श के लिए जिलाधिकारी कार्यालय में एकीकृत कोविड कमांड कंट्रोल सेंटर की स्थापना की गई है। जहाँ चिकित्सकों द्वारा आइसोलेशन सेंटर/ कोविड अस्पताल खोह और होम आइसोलेशन में रहने वाले कोरोना उपचाराधीन का नियमित रूप से मॉनीटरिग की जा रही है। यह जानकारी मुख्य चिकित्सा अधिकारी डा विनोद कुमार यादव ने दी है।
सीएमओ ने बताया कि कोविड उपचाराधीन आइसोलेशन में रहकर चिकित्सकीय परामर्श ले रहे हैं। कंट्रोल रूम से सलाह देकर उनकी हर समस्या का समाधान किया जा रहा है। कंट्रोल रूम से कंटेनमेंट जोन में रहने वाले व्यक्तियों को उचित परामर्श दिया जा रहा है। रैपिड रेस्पांस टीम (आरआरट) मौके पर पहुंच कर दवा वितरण और परीक्षण कर रही है। उन्होंने बताया कि जिला कंट्रोल रूम सुबह 6 से 2 बजे दिन में, 2 बजे दिन से रात 10 बजे और 10 बजे से सुबह 6 बजे तक तीन पालियों में संचालित है। प्रत्येक पाली में एक चिकित्सक की तैनाती कर फोन कॉल के माध्यम से कोरोना उपचाराधीन का हालचाल लिया जा रहा है। ई-संजीवनी के जरिए चिकित्सीय सलाह सभी को दी जा रही है।
इसके लिए हेल्पलाइन नंबर 05198/235425, 9411 919691 , 8765473613, 8765473609, 9198235425 पर चिकित्सीय परामर्श लिया जा सकता है। उन्होंने बताया कि 19 सितम्बर तक होम आइसोलेशन में रहे 153 व्यक्तियों ने हेल्पलाइन नंबर के माध्यम से चिकित्सीय परामर्श के लिए संपर्क किया है। होम आइसोलेशन में बरती जाने वाली सावधानियों के बारे में बताया गया है। पूछे जा रहे सभी प्रश्नों का संतोषजनक जवाब दिया जा रहा है।
कोरोना उपचाराधीन माँ को सावधानी बरतने की दी सलाह
कर्वी ब्लॉक के कछारपुरवा निवासी एक महिला का दो माह का बच्चा है। उनकी कोरोना रिपोर्ट पॉजिटिव है जिससे वह कोविड अस्पताल खोह में भर्ती हैं। उपचाराधीन मां को बच्चे को स्तनपान कराने सहित कई तरह की सलाह दी गई।
एकीकृत कोविड कमांड कंट्रोल सेंटर के नोडल अधिकारी अपर मुख्य चिकित्सा अधिकारी डॉ आर के चौरिहा ने बताया कि मां कोरोना उपचाराधीन है तब भी वह शिशु को स्तनपान करा सकती है, परंतु ध्यान रखना है कि जब भी मां बच्चे के संपर्क में आएं, तो मॉस्क पहनें और खांसते व छींकते समय अपना मुंह ढक लें। इसके साथ बच्चे को दूध पिलाने से पहले और बाद में हाथों को साबुन-पानी से 60 सेकेंड तक जरूर धोएं। ऐसा परामर्श उन्हें दिया गया।