रिपोर्ट-संजय सिंह राणा
चित्रकूट। उप जिलाधिकारी मऊ राजबहादुर द्वारा मऊ कस्बे में चल रहे सभी ग्राहक सेवा केन्द्रों को जिस गाँव के नाम से लिए है उसी गांव में जाकर खोलने के लिए कहा गया किंतु उनके कहने के बाद भी मऊ आर्यावर्त बैंक ग्राहक सेवा केन्द्र सेसा सुबकरा का बैंक के बिल्कुल बगल में एस के कंप्यूटर सेन्टर मऊ में चल रहा है अब बात यह उठ रही है कि एस के कंप्यूटर सेन्टर को कोई अलग से निर्देश आने की जरूरत है क्या जो सेसा सुबकरा ना जाकर बैंक के बगल में ही जनसेवा केंद्र चला रहे है l इस ग्राहक सेवा केन्द्र में सोशल डिस्टेंस का मजाक उड़ाया जा रहा है l
जो ग्राहक सेवा केंद्र गाँव में खोलना चाहिए वह ब्लॉक मुख्यालय पर चल रहे हैं योजनाओं का लाभ पाने हेतु गांव के लोग पांच से 6 किलोमीटर पैदल यात्रा भूखे चले आते है l सरकारी योजनाओं के लिए जनसेवा केंद्र खोल रखे हैं यह केंद्र खुल जाने से वहां रहने वाले लोगों को सरकारी सेवाओं का लाभ सुलभ तरीके से उपलब्ध होगा जिसके लिए उन्हें ब्लाक, तहसील आदि का चक्कर नहीं लगाना पड़ेगा l ब्लॉक मुख्यालय तक आने पर लोगों का किराए में तो पैसा खर्च ही होता है साथ ही सारा दिन का समय भी बर्बाद हो जाता है l
भारत सरकार ने सहज जन सेवा केंद्र की स्थापना करने की सुविधा दी है। यह गांव गांव तक सरकारी सुविधाओं को इंटरनेट के ज़रिए से पहुंचाता है। जन सेवा केंद्र पर आम जन जीवन में काम आने वाले सभी प्रकार के ज़रूरी फ़ॉर्म इंटरनेट के माध्यम से भरे जाते हैं, जैसे – आधार कार्ड, वोटर कार्ड, राशन कार्ड, पेंशन, जन्म प्रमाण पत्र, मृत्यु प्रमाण पत्र, बैंक खाता, जीवन बीमा आदि। इसके अलावा में बहुत तरह के काम जो ऑनलाइन हो सकते हैं, उनकी सुविधा इस केंद्र पर हो सकती है।
सहज जन सेवा केंद्र ज़िले और शहर के हर 5 किमी दूरी पर खोला जा सकता है। जिससे आम लोगों को सभी सरकारी सुविधाओं का पूरा लाभ मिल सके। हर गांव में एक जन सेवा केंद्र खोला जा सकता है।