रिपोर्ट- संजय सिंह राणा
चित्रकूट- शिक्षा व्यवस्था को बढ़ावा देने के लिए जहां सरकार द्वारा विद्यालयों का मरम्मती करण कराया जा रहा है जिससे स्वच्छ व सुंदर विद्यालय देखकर बच्चों का आकर्षण बढ़ सके व सरकारी विद्यालयों के प्रति लोग आकर्षित होकर अपने बच्चों का शिक्षा दिला सकें lसरकार द्वारा कायाकल्प योजना के तहत विद्यालयों का मरम्मतीकरण कराया जा रहा है व विद्यालयों को स्वच्छ व सुंदर बनाया जा रहा है वहीं दूसरी ओर सरकारी निर्देशों का खुला उलंघन करते हुए विद्यालयों में प्रधानाध्यापकों द्वारा जमकर मनमानी करते हुए बाराते ठहराई जा रही हैं जिससे विद्यालय में गंदगी फैल रही है व स्वच्छता अभियान की धज्जियां उड़ाई जा रही हैं l
ऐसा ही एक मामला सामने आया है पहाड़ी विकासखंड के पूर्व माध्यमिक विद्यालय तीर धुमाई गंगू का l
पूर्व माध्यमिक विद्यालय तीर धुमाई गंगू में प्रधानाध्यापक हेमंत वर्मा की मनमानी देखते ही बनती है जहां पर सरकारी निर्देशों का उल्लंघन करते हुए बाराते ठहराई जा रही हैं जबकि शासन द्वारा विद्यालयों में बारातें ठहराए जाने के लिए रोक लगाई गई है लेकिन प्रधानाध्यापक महोदय शासन के निर्देशों की अनदेखी करते हुए अपनी मनमानी करते हुए नजर आते हैं l
शिक्षक हेमंत वर्मा की मनमानी इस कदर हावी है कि विद्यालय से गायब रहना इनकी आदत सी बन गई है ज्यादातर विद्यालय से गायब रहने के कारण बच्चों की शिक्षा व्यवस्था में सुधार होने का नाम नहीं ले रहा है l
जिला मुख्यालय चित्रकूट से दूरस्थ इलाके में बने इस पूर्व माध्यमिक विद्यालय के हालात देखते ही बनते हैं जहां पर शिक्षा व्यवस्था पूरी तरफ से ध्वस्त है lशिक्षक हेमंत वर्मा की मनमानी के चलते बच्चों के सही तरीके से कोर्स भी नहीं पूरे हो पाते हैं lपूर्व में भी इस विद्यालय में तैनात अध्यापकों की मनमानी की खबर प्रमुखता से प्रकाशित की गई थी लेकिन बेसिक शिक्षा अधिकारी द्वारा कोई कार्यवाही नहीं किए जाने के चलते यह अध्यापक आज भी अपनी मनमानी करते हुए नजर आते हैं l
अब देखना यह है कि जिला बेसिक शिक्षा अधिकारी ओमकार राणा इस लापरवाह शिक्षक पर क्या कार्यवाही करते हैं l
क्या जिला बेसिक शिक्षा अधिकारी इस लापरवाह शिक्षक पर कार्यवाही करने का काम करेंगे या फिर पूर्व जिला बेसिक शिक्षा अधिकारी की तरह मामले की अनदेखी करते हुए लीपापोती करते हुए नजर आएंगे l