थाना मऊ में तैनात रहे प्रभारी निरीक्षक श्याम प्रताप पटेल ने जांच रिपोर्ट में किया दोष मुक्त
लगभग 46 लाख रूपए के निर्माण कार्यों में तेरह लोगों पर लगे थे आरोप
रिपोर्ट- संजय सिंह राणा
चित्रकूट – ग्राम पंचायतों के विकास को लेकर जहां सरकार लाखों रुपए का बजट देकर ग्राम पंचायतों में विकास कार्य करवा रही है वहीं दूसरी ओर जिम्मेदार अधिकारियों व ग्राम प्रधान और सचिव की मिलीभगत से सरकारी पैसे का जमकर बंदरबांट किया जा रहा है जिसके चलते ग्राम पंचायतों के विकास कार्य सही तरीके से नहीं हो पाते हैं कई मामले तो ऐसे सामने आते हैं जहां पर जांच में दोषी पाए जाने के बावजूद भी जिम्मेदार अधिकारियों द्वारा मोटी रकम वसूल कर मामले को दबाने का काम किया जाता है l
ऐसा ही एक मामला सामने आया है मऊ विकासखंड के ग्राम पंचायत सेसा सुबकरा का l
ग्राम पंचायत सेसा सुबकरा के विकास कार्यों में ग्राम प्रधान व सचिव की मनमानी खूब देखने को मिली है जिसमें तकनीकी सहायक भी अपनी मनमानी करने से बाज नहीं आए व खूब मनमानी करते हुए सरकारी धन का बंदरबांट किया जब शिकायत कर्ता द्वारा इस मामले की शिकायत जिम्मेदारी अधिकारियों से की गई तो जिम्मेदार अधिकारियों द्वारा शिकायत को संज्ञान में लेते हुए जांच कराई गई जिसमें जांच समिति में परियोजना निदेशक जिला ग्राम विकास अभिकरण चित्रकूट व जिला पंचायत राज अधिकारी चित्रकूट के साथ तकनीकी अधिकारियों के द्वारा जांच कराई गई व जांच में दोषी पाए जाने वाले अधिकारियों व कर्मचारियों के ऊपर तत्काल एफ आई आर दर्ज कराने के निर्देश दिए गए जिस के क्रम में ग्राम प्रधान, सचिव, तकनीकी अधिकारियों के ऊपर 26/06/ 2018 को थाना मऊ में 409 का मुकदमा किया गया जिसमें 130लोगों के ऊपर एफ आई आर पंजीकृत की गई यह एफ आई आर संयुक्त खंड विकास अधिकारी मऊ चित्रकूट राकेश चंद्र शुक्ला द्वारा पंजीकृत कराई गई थी जिसमें आरोपी रामलाल मिश्रा सहायक विकास अधिकारी (पंचायत), दिवाकर प्रसाद त्रिपाठी( पूर्व प्रधान), संजय पांडे तकनीकी सहायक, प्रमोद कुमार वर्तमान प्रधान, नासिक उल इस्लाम गनी तकनीकी सहायक, ओम प्रकाश वर्मा ग्राम विकास अधिकारी (सेवानिवृत्त) सतीश चंद्र पांडे ग्राम विकास अधिकारी, आर के पांडे अवर अभियंता (आर ई डी) एसपी तिवारी अवर अभियंता (लघु सिंचाई), जानकी शरण ग्राम विकास अधिकारी ,शेषनाथ सिंह ग्राम पंचायत अधिकारी (मृतक), रूप नारायण सिंह ग्राम पंचायत अधिकारी व वेद प्रकाश अवर अभियंता (जिला पंचायत )के ऊपर मुकदमा पंजीकृत हुआ था जिसमें थाना मऊ में प्रभारी निरीक्षक रहे श्याम प्रताप पटेल ने 30 /05/ 2019 को दिए गए जांच रिपोर्ट में दोषियों को क्लीन चिट दिए जाना बड़ा ही हैरान करने वाला विषय है l
मामले की जांच कर रहे प्रभारी निरीक्षक श्याम प्रताप पटेल द्वारा प्रमुख बिंदुओं को दरकिनार करते हुए जांच रिपोर्ट तैयार की गई जिसमें खूब लीपापोती हुई l
सोचने वाली बात यह है कि जिले के प्रशासनिक अधिकारियों द्वारा जहां ग्राम पंचायत के विकास कार्यों में लगभग 46,81,661 रुपए की धनराशि को मानक विहीन कार्य कराते हुए खर्च किए जाने का आरोप लगाया गया है वहीं दूसरी ओर प्रभारी निरीक्षक श्याम प्रताप पटेल द्वारा तथ्यों को छिपाकर जांच की गई है जो एक बड़ा सवाल खड़ा करती है l