रिपोर्ट-संजय सिंह राणा
चित्रकूट– भगवान राम की तपोभूमि चित्रकूट में हर माह अमावस्या का मेला लगता है जहां पर बड़ी संख्या में श्रद्धालु आकर पूजा अर्चना करते हैं धर्म नगरी में लाखों की तादाद में श्रद्धालु आते हैं लेकिन अवैध अतिक्रमण के चलते इन श्रद्धालुओं को आवागमन में भारी परेशानियों का सामना करना पड़ पड़ता है l
बताते चलें कि धर्म नगरी चित्रकूट में के मुख्य मार्ग पर ईट, गिट्टी ,बालू की दुकानों द्वारा राष्ट्रीय राजमार्ग की पटरी पर अवैध रूप से कब्जा जमाया हुआ है जिसके कारण यातायात व्यवस्था चौपट हो रही है व दुर्घटनाओं का ग्राफ बढ़ रहा है l
जिला मुख्यालय के पेट्रोल पंप से लेकर दूरभाष केंद्र तक ईट,गिट्टी ,बालू संचालकों की मनमानी देखते ही बनती है वहीं मंदाकिनी नदी के पुल से बेड़ीपुलिया तक इन दुकानदारों की मनमानी खूब देखने को मिल रही है जहां पर अवैध तरीके से राष्ट्रीय राजमार्ग के किनारे गिट्टी बालू आदि सामग्री रखकर रास्ते को बाधित करने का काम कर रहे हैं वहीं दूसरी ओर पेट्रोल पंप से लेकर पिपरावल पुल तक ट्रक संचालकों की मनमानी खूब देखते ही बनती है जहां पर सड़क की पटरी पर ओवरलोड वाहन खड़े कर रास्ता बाधित करने का काम कर रहे हैं जिसके कारण आए दिन दुर्घटनाएं हो रही है l यातायात व्यवस्था को सुधारने के लिए यातायात पुलिस द्वारा हर संभव प्रयास किया जा रहा है लेकिन अवैध गिट्टी बालू ईटा संचालक व ट्रक संचालकों की मनमानी के चलते यातायात व्यवस्था धड़ाम हो रही है जिसके कारण लोगों को भारी मुसीबतों का सामना करना पड़ रहा है l श्रावण मास की अमावस्या को देखते हुए जिला प्रशासन द्वारा चाक-चौबंद व्यवस्था की जा रही है लेकिन जिला प्रशासन की नजर इन अवैध ईंट गिट्टी बालू संचालकों व ट्रक संचालकों पर क्यों नहीं पड़ रही है यह एक बड़ा सवाल है
इन अवैध दुकान संचालकों की मनमानी के चलते जिला मुख्यालय के मुख्य मार्ग राष्ट्रीय मार्ग की पटरी पर अवैध रूप से कब्जा कर लिया गया है जिस पर कोई भी प्रशासनिक अधिकारी ध्यान नहीं दे रहा है जबकि प्रशासनिक अधिकारियों का रेला प्रतिदिन यहां से आता जाता रहता है इसी मुख्य मार्ग से जिलाधिकारी सहित उप जिलाधिकारियों व अन्य जिम्मेदार अधिकारियों का आना जाना लगा रहता है लेकिन इस पर कोई ध्यान नहीं दे रहा है l सत्ताधारी दल के जिम्मेदार जनप्रतिनिधियों का कारवां इसी मुख्य मार्ग से गुजरता है लेकिन उन्हें भी यह अवैध कब्जा धारक व संचालक नहीं दिखाई दे रहे हैं l
सबसे बड़ी सोचने वाली बात यह है कि जिला मुख्यालय के मुख्य मार्ग पर संचालित गिट्टी बालू की दुकानों व ट्रक चालकों की मनमानी पर जिला प्रशासन पर शिकंजा कसने का काम करेगा l