रिपोर्ट-संजय सिंह राणा
चित्रकूट- विकास कार्यों के लिए आये धन का किस तरह बंदरबाट किया जाता है कोई रामनगर विकास खण्ड आकर देखे जहाँ पर प्रमुख की निजी फर्म द्वारा विकास कार्य कराकर सरकारी धन का दुरूपयोग किया जा रहा है जहाँ पर स्थानीय सामग्री डालकर कार्य कराया जा रहा है l
रामनगर विकास खण्ड के ग्राम पंचायत घुरेहटा के मजरे अमरपुर में कराये गए इंटरलॉकिंग खड़ंजा निर्माण में घोर धांधली करते हुए मानक विहीन कार्य कराया गया है जहाँ पर स्थानीय नदी की बालू से इंटरलॉकिंग खड़ंजा का निर्माण करा दिया गया है वहीं ग्राम पंचायत घुरेहटा के मजरे रमटेकवा में हुए इंटरलॉकिंग खड़ंजा के निर्माण में जमकर लीपापोती करते सरकारी धन का जमकर बंदरबाट किया गया है वहीं दूसरी ओर ग्राम पंचायत पियरिया माफी में इंटरलॉकिंग खड़ंजा का मानक विहीन कार्य कराकर सरकारी धन का दुरूपयोग किया गया है l
ग्राम पंचायत हन्ना बिनैका में मेन रोड से बिनैका बाबा की तरफ हुए डब्ल्यू बी एम रोड़ निर्माण में घोर धांधली करते हुए निर्माण कार्य कराए गए हैं l
वहीं कच्चे कार्यो में राजापुर हटवा संपर्क मार्ग मेन रोड से कउवा गढ़ तक हुए कच्चे वर्क में जेसीबी से कार्य कराकर मनमाने तरीके से पैसा निकालने का काम किया गया है वहीं ब्लाक मुख्यालय परिसर रामनगर में इंटरलॉकिंग खड़ंजा निर्माण, रूफ टॉप वाटर हार्वेस्टिंग, टाईल्स निर्माण आदि में घोर धाधली की गई है l
वहीं ब्लॉक मुख्यालय परिसर में पुराने नाला की साफ सफ़ाई कराकर नव निर्माण कार्य का पैसा निकाल लिया गया है वही सोसायटी रामनगर में बाउंड्रीवाल निर्माण, इंटरलॉकिंग खड़ंजा निर्माण व गेट निर्माण में घोर धांधली सामने आई है जहाँ पर बाउंड्रीवाल में चार इंच की दीवाल बनाया गया है वहीं दूसरी ओर गेट निर्माण में हल्का गेट लगाकर पैसा निकाला गया है lवही ग्राम पंचायत पिपरौद में हुए डब्ल्यू बी एम रोड़ निर्माण में घोर धांधली करते हुए सरकारी धन का बंदरबाट किया गया है जहाँ पर बिना कार्य कराए ही लाखों का भुगतान हो गया है जबकि मौके पर एक भी कार्य नहीं हुआl
सबसे बड़ी सोंचने वाली है यह है कि प्रमुख व वीडियो की सह पर ब्लॉक प्रमुख की निजी फर्म के नाम सारे भुगतान किए गए हैं l
शासन के निर्देशों की धज्जियाँ उड़ाते हुए यह सारे भुगतान विद्या विलास कांट्रेक्टर के नाम पर हो रहे हैं यह प्रमुख की स्वयं की फर्म है l
चतुर्थ राज्य वित्त आयोग की धनराशि का खुला बन्दरबांट करने वाले ठेकेदारों व जिम्मेदारों पर जिला प्रशासन कब शिकंजा कसने का काम करेगा l