जिलाधिकारी जी, देखिए 90 वर्षीय दन्ना के हालात…
रिपोर्ट-संजय सिंह राणा
चित्रकूट-गरीबी, बेबसी व लाचारी में दिन गुजार कर लगभग 90 वर्ष तक की ज़िंदगी का सफर तय करने वाले वृद्ध की कहानी कुछ अलग ही दास्ताँ बयान करती है । जिसके हालात देखकर ऐसा लगता है मानो जिन्दगी थम सी गई है ।
गुलाम भारत से लेकर आजाद भारत तक को देखने वाले इस वृद्ध की पीड़ा सुनने व देखने वाला कोई नहीं है यह वृद्ध आज भी सरकार की जन कल्याणकारी योजनाओं से वंचित है इस गरीब परिवार को हमेशा जिम्मेदार जनप्रतिनिधियों व अधिकारियों की अनदेखी का शिकार होना पड़ा है । उम्र के इस पड़ाव तक पहुचते पहुचते कई ग्राम प्रधानों के कार्यकाल देखने को मिले लेकिन किसी ने इस परिवार की तरफ़ ध्यान नहीं दिया । यह परिवार आज भी सरकार की जन कल्याणकारी योजनाओं से वंचित है
मामला है कर्वी विकास खण्ड के ग्राम पंचायत कालूपुर पाही के 90 वर्षीय वृद्ध दन्ना कुम्हार का
जिला मुख्यालय से सटे कालूपुर पाही को राजस्व ग्राम गठित होने के लगभग 35 वर्ष हो चुके हैं लेकिन आज भी इस ग्राम पंचायत में ग्रामीण मूलभूत सुविधाओं से वंचित है ।इस ग्राम पंचायत में ग्राम प्रधानों व सचिवों की मनमानी खूब देखने को मिली है जहाँ पर विकास कार्यों के नाम पर व सरकार की जन कल्याणकारी योजनाओं के नाम पर सिर्फ गरीब जनता को छला गया है । इस ग्राम पंचायत श्मशान, हड़ावर, चारागाह, खेल मैदान आदि सुविधाएं उपलब्ध नहीं हैं जहाँ पर श्मशान,हड़ावर आदि की जगह थी उस पर अवैध तरीके से कब्जा कर लिया गया है । इस ग्राम पंचायत में कुम्हार समुदाय के लोगों की आबादी लगभग साढ़े तीन सौ के पार है जो मिट्टी के बर्तन बनाकर व मेहनत मजदूरी करके अपने परिवार का भरणपोषण करते हैं लेकिन इतनी आबादी होने के बावजूद आज यह लोग एक एक मुट्ठी मिट्टी के लिए तरसते हैं । मिट्टी नहीं मिलने के चलते इनका कारोबार बंद है जो लोग थोड़ा बहुत मिट्टी के बर्तन बनाते हैं वह भी इधर उधर से मिट्टी मंगाकर बर्तन बनाते हैं ।
सबसे योजनाओं के लिए कहा गया लेकिन किसी ने हमारी बात नहीं सुनी ।अनपढ़ व अज्ञानता होने के चलते इन प्रधानों ने हमेशा हमारा मज़ाक उड़ाया
ऐसे ही हालात में पल बढ़कर जिंदगी के 90 साल तक का सफर तय करने वाले दन्ना कुम्हार के हालात आज देखते ही बनते हैं । दन्ना कुम्हार भी मिट्टी के बर्तन बनाकर व मेहनत मजदूरी व अधिया बटाई की खेती करके अपने परिवार का भरण पोषण करते थे लेकिन अब वृद्ध होने पर सिर्फ राम नाम का जाप करते रहते हैं । जब दन्ना से सरकार की जन कल्याणकारी योजनाओं के विषय में जानकारी ली गई तो उसका जवाब सुनकर दंग रह गए ।
दन्ना द्वारा बताया गया कि मेरी उम्र लगभग नब्बे साल के ऊपर है इस उम्र तक पहुंचने के बीच गाँव में कई प्रधान हुए व कई सचिव आये लेकिन हमें किसी ने कोई सरकारी सुविधा का लाभ नहीं दिया । जब भी ग्राम प्रधान हुए हैं सबसे योजनाओं के लिए कहा गया लेकिन किसी ने हमारी बात नहीं सुनी ।अनपढ़ व अज्ञानता होने के चलते इन प्रधानों ने हमेशा हमारा मज़ाक उड़ाया है ।
दन्ना द्वारा बताया गया कि अब शरीर वृद्ध हो चुका है लेकिन आज तक हमारी पेंशन तक नहीं बनी है जब भी पेंशन बनवाने के लिए ग्राम प्रधान से कहा जाता है तो वह फार्म भरकर जल्द लाभ मिलने का हवाला देते हैं लेकिन आज तक पेंशन नहीं बन पाई है ।
दन्ना द्वारा बताया गया कि घर में शौचालय नहीं होने के चलते दूर दूर तक शौच क्रिया के लिए जाना पड़ता है जब शौचालय के लिए ग्राम प्रधान से कहा गया तो वह भी अनदेखी कर दिया ।
पीड़ित वृद्ध दन्ना द्वारा बताया गया कि वर्तमान में ओम प्रकाश भारद्वाज ग्राम प्रधान है व सुरेन्द्र नाथ सिंह सचिव हैं जिनसे शौचालय के लिए कहा गया लेकिन किसी ने एक न सुनी । पीड़ित वृद्ध ने बताया कि ग्राम प्रधान ओम प्रकाश भारद्वाज के मैंने पैर पकड़ कर कहा कि मैं बृद्ध हूँ शौच क्रिया के लिए दूर दूर तक जाना पड़ता है जिसमे मुझे बड़ी दिक्कत होती है लेकिन ग्राम प्रधान ने काफ़ी कहने व पैर पकड़कर गिड़गिड़ाने के बाद भी शौचालय नहीं दिया । जिसके चलते मुझे आज भी खुले में शौच जाना पड़ता है । शौच जाते समय कई बार मैं गिर चुका हूँ जिसमें काफ़ी चोंटे आयी थी ।
वहीं दन्ना के पुत्र मुन्ना द्वारा बताया गया कि ग्राम प्रधान से कई बार शौचालय के लिए कहा गया लेकिन ग्राम प्रधान यह कहकर टाल देता है कि तुम्हारा लिस्ट में नाम नहीं है अभी तुम्हे शौचालय नहीं मिलेगा । जब आना होगा तब आ जायेगा ।
सबसे बड़ी सोंचने वाली बात यह है कि जहाँ सरकार गरीब, असहायों व दिव्यांगों व वृद्धों के लिए हर सम्भव मदद करने का प्रयास कर रही है वहीं दूसरी ओर ग्राम प्रधान व सचिव की मनमानी के चलते इस वृद्ध को शौचालय तक नहीं मिल पा रहा है ।
जिलाधिकारी जी मंदाकिनी प्रेक्षागृह में अक्सर प्रशासनिक अधिकारियों द्वारा कार्यक्रम लगाकर योजनाओं के बारे में बताया जाता है लेकिन इस प्रेक्षागृह से चंद कदम दूर दन्ना कुम्हार का घर आज भी सरकार की जन कल्याणकारी योजनाओं की राह देख रहा है ।
क्या पीड़ित वृद्ध दन्ना को शौचालय योजना का लाभ मिल पायेगा या फिर शौच क्रिया के लिए इस वृद्ध को खुली जगह में ही जाना पड़ेगा ।