रिपोर्ट- संजय सिंह राणा
चित्रकूट– हमारे देश के राष्ट्रपिता महात्मा गांधी के चित्र का किस तरह मजाक उड़ाया जा रहा है यह स्वयं सहायता समूह द्वारा बनाए जा रहे बोर्डों को देखकर पता चल रहा है जहां पर ठेकेदारों की मनमानी व जिम्मेदार अधिकारियों की अनदेखी के चलते राष्ट्रपिता के चित्र को सिर्फ पुतला बनाकर मनरेगा योजना के बोर्ड तैयार किए जा रहे हैं व कमीशन खोरी के चलते जिम्मेदार अधिकारी भी अनदेखी करते हुए नजर आ रहे हैं l
स्वयं सहायता समूह द्वारा बनाए जा रहे इन बोर्डों में पेंटर को कुछ रुपए देकर ही लीपापोती करते हुए बोर्ड तैयार कराए जा रहे हैं व राष्ट्रपिता के चित्र का मजाक उड़ाया जा रहा है इन चित्रों पर कोई भी जिम्मेदार अधिकारी नजर नहीं दौड़ा रहा है।
हद तो यहां तक हो गई कि गांधीजी की मूछों पर टेप लगाकर कोरम पूरा किया जा रहा है l
ऐसा ही मामला देखने को मिला है रामनगर विकासखंड परिसर में निर्मित बोर्डो में l
जहां पर ठेकेदार द्वारा मानक विहीन बोर्ड तैयार कर सरकारी पैसे का बंदरबांट किया जा रहा है व बोर्डों में सिर्फ लिखाई के नाम पर लीपापोती करके ग्राम पंचायतों को सौंपा जा रहा है l
इन बोर्डों में गांधी जी के चित्र का जमकर मजाक उड़ाया जा रहा है इन बोर्डों में बने राष्ट्रपिता के चित्र को देखकर समझ में ही नहीं आ रहा है कि यह कौन हैं l
खंड विकास अधिकारी आसाराम सिंह मौके पर जाकर देखते जरूर हैं लेकिन कमीशन खोरी के चलते वह भी सिर्फ कोरम पूरा करते दिखाई दे रहे हैं l
सबसे बड़ी सोचने वाली बात यह है कि जहां एक तरफ जिला प्रशासन द्वारा स्वयं सहायता समूह को बढ़ावा देने के लिए हर संभव प्रयास किया जा रहा है वहीं दूसरी ओर इन स्वयं सहायता समूह द्वारा बनाए जा रहे बोर्डो में जमकर धांधली सामने आ रही है मनरेगा बोर्डों की हकीकत यह है कि लगाने के साथ ही कुछ ही दिनों में हो ध्वस्त हो जाते हैं जिससे इन बोर्डों के निर्माण की हकीकत का पता चल जाता है l
उपायुक्त स्वतःरोजगार द्वारा इन पर कोई ध्यान नहीं दिया जा रहा है जिसके कारण ठेकेदारों द्वारा जमकर लापरवाही बरती जा रही है व मानक विहीन बोर्ड तैयार कर ग्राम पंचायतों में लगवाए जा रहे हैं l
अब देखना यह है कि राष्ट्रपिता महात्मा गांधी जी के चित्र का मजाक उड़ाने वाले ठेकेदारों व जिम्मेदार अधिकारियों के ऊपर जिला प्रशासन कब शिकंजा कसने का काम करेगा l