पीड़िता ने आपबीती पुलिस को बताई, पुलिस ने बिना एफआईआर दर्ज किए थाने से भगाया
रिपोर्ट-संजय सिंह राणा
चित्रकूट- कानून व्यवस्था को चुस्त दुरुस्त बनाने के लिए सरकार हर संभव प्रयास कर रही है जिससे अपराधियों पर लगाम लग सके जिसके क्रम में पुलिस अधीक्षक अंकित मित्तल थाना/कोतवाली व चौकी प्रभारियों को सख्त निर्देश दिए हैं कि कानून व्यवस्था को बनाये रखने के लिए अपराधियों को बख्शा न जाये लेकिन पुलिस प्रशासन के जिम्मेदार थाना प्रभारियों व उप निरीक्षकों सहित हल्का इंचार्जों की मनमानी इस कदर हावी है कि बिना किसी जाँच पड़ताल के आरोपियों को बाइज्जत बरी करते हुए नजर आते हैं व पीड़ितों को डांट डपटकर थाने से भगाने का काम करते हैं जिसके चलते पीड़ित थाने/कोतवाली के चक्कर काटते नजर आते हैं l
ऐसा ही एक मामला सामने आया है राजापुर थाना क्षेत्र के ग्राम पंचायत गोबरौल का l
ग्राम पंचायत गोबरौल निवासी सुनीता देवी पत्नी हीरालाल ने थाना प्रभारी राजापुर को दिए गए शिकायती पत्र में बताया कि पीड़िता अनुसूचित जाति(चमार)की एक गरीब महिला है l
पीड़िता 19/09/2020 को समय करीब छह बजे शौच क्रिया के लिए अपने खेत की तरफ जा रही थी तभी देवहटा निवासी रवि शंकर उर्फ छोटकू गुरौलिहा पुत्र जगदीश गुरौलिहा अपने खेतों की तरफ आ रहा था जो पीड़िता को देखकर अश्लील हरकतें करने लगा और पीड़िता का हाथ पकड़कर खेतों की तरफ ले जाने लगा तभी पीड़िता जोर जोर से चिल्लाने लगी तभी आवाज सुनकर पीड़िता की लड़की आ गयी जिसको देखकर उक्त व्यक्ति जातिसूचक व अभद्रतापूर्ण गालियां देते हुए भाग गया उक्त व्यक्ति रात्रि लगभग दस बजे पीड़िता के घर आया व अभद्र गालियां देते हुए जोर जोर दरबाजा पीटने लगा l पीड़िता के पति घर में नहीं होने के चलते दरवाजा नही खोला लेकिन दिनाँक20/09/2020 को दबंग पुनः सुबह नौ बजे लाठी लेकर आया और अभद्रतापूर्ण गालियां देते हुए धमकाने लगा और कहने लगा कि तेरा वो हाल करूँगा कि तेरी हालत खराब कर दूँगा और धमकी देते हुए चला गया lपीड़िता का पति मेहनत मजदूरी करके व रिक्शा चलाकर अपने परिवार का भरण पोषण करता है घटना के दिन पीड़िता का पति नादिन कुर्मियान में पीड़िता के मायके में था पीड़िता ने उक्त घटना की जानकारी अपने पति को दी व अपने पति के साथ पीड़िता डरी सहमी हुई राजापुर थाने पहुंची व दबंग आरोपी के खिलाफ एफआईआर दर्ज कराने की मांग की जहाँ पर पुलिस के जिम्मेदारों द्वारा बिना एफ़ आई आर लिखे पीड़िता को थाने से भगा दिया l
पीड़िता ने आरोप लगाते हुए कहा कि दबंग आरोपी को बचाने के लिए हल्का इंचार्ज मामले को झूठा साबित करने में लगे हुए हैं वहीं थाना प्रभारी ने भी पीड़िता की गुहार सुनना जरूरी नहीं समझे l
सबसे बड़ी सोंचने वाली बात यह है कि पुलिस अधीक्षक के निर्देशों का खुला उल्लंघन करते हुए पीड़ितों की गुहार सुने बिना ही पीड़ितों को थाने से भगाने का काम किया जा रहा है l
आखिर ऐसे लापरवाह पुलिस कर्मियों पर पुलिस अधीक्षक महोदय कब कार्यवाही करने का काम करेंगे l
आखिर कब पीड़िता की एफआईआर दर्ज करते हुए पुलिस प्रशासन आरोपी के ऊपर कार्यवाही करने का काम करेगा l