रिपोर्ट- संजय सिंह राणा
चित्रकूट- रैपुरा थाना क्षेत्र के रामनगर ग्राम प्रधान के ऊपर लगे दुष्कर्म के हाई प्रोफाइल मामले में विराम लगती दिखाई दे रही है ग्राम प्रधान को दुष्कर्म के आरोप में फंसाए जाने के मामले में जांच अधिकारी द्वारा मामले की जांच में जो आख्या सौंपी गई है उससे बड़े खुलासे सामने आए हैं l जांच अधिकारी शिवपूजन यादव द्वारा सौपी गई जांच आख्या में कई खुलासे हुए हैं जिससे यह साबित हो रहा है कि महिला ने ग्राम प्रधान के ऊपर फर्जी मुकदमे में फंसाने की साज़िश रची थी l
मामला कुछ इस प्रकार था l रामनगर ग्राम प्रधान राजकरण के ऊपर एक महिला ने दुष्कर्म का आरोप लगाकर रैपुरा थाने में तहरीर दी थी जिसमें मुक़दमा पंजीकृत नहीं होने के चलते महिला ने कोर्ट का सहारा लेते हुए मुक़दमा पंजीकृत करवाने के लिए प्रार्थना पत्र दिया था जिसमें जांच के लिए रैपुरा थाने भेजा गया था जिसमें जांच अधिकारी शिवपूजन यादव ने मामले को गंभीरता से लेते हुए मामले की तह तक जाते हुए सारे सबूत खंगाले जिससे यह साबित हुआ कि ग्राम प्रधान पर मुक़दमा पंजीकृत करवाने वाली महिला फर्जी व मनगढ़ंत तरीके से ग्राम प्रधान को फंसाना चाहती थी महिला द्वारा बताए गए सारे तथ्य खंगाले गए जिसमें सारे सबूत व आरोप झूठे साबित हुए l
जांच अधिकारी शिवपूजन यादव की जांच रिपोर्ट के अनुसार महिला द्वारा 18/08/2020 को दुष्कर्म की बात झूठी व मनगढ़ंत है महिला ग्राम प्रधान के ऊपर जो आरोप लगा रही है जांच के दौरान यह साबित हुआ कि महिला जिस दिन की घटना का जिक्र कर रही है उस दिन ग्राम प्रधान उस जगह पर मौजूद ही नहीं था व घटना के बाद बेहोशी की हालत का जिक्र करने वाली महिला 18/08/2020 को कई लोगों से फोन पर बात की जबकि महिला ने रैपुरा थाने में दी गई तहरीर पर बेहोशी व मानसिक तनाव की बात का जिक्र किया है अब सबसे बड़ी सोचने वाली बात यह है कि महिला अगर अचेता अवस्था में थी तो मोबाइल फोन पर बात कौन कर रहा था यह बात एक बड़ा सवाल खड़ा करती है l
ग्राम प्रधान के ऊपर फर्जी मुकदमे में फंसाने की साज़िश रचने वाली महिला द्वारा ग्राम प्रधान का मानसिक उत्पीड़न किया गया है जिसके कारण ग्राम प्रधान आज भी मानसिक संतुलन बिगड़ा हुआ है l
सामाजिक कार्यकर्ता व ग्राम प्रधान राजकरण द्वारा बताया गया कि महिला ने जो आरोप मुझ पर लगाए हैं वह पूर्णतया असत्य व झूठे हैं फर्जी मुकदमें में फंसाने की साज़िश रचने वाली महिला ने पैसे ऐठने के चक्कर में मेरे ऊपर फर्जी मुकदमा दर्ज कराने की साज़िश रची थी जिसमें मेरी मान मर्यादा व प्रतिष्ठा में करारा धक्का लगा है व इस महिला ने फर्जी आरोप लगाकर मेरी सामाजिक प्रतिष्ठा खराब करने की कोशिश की है जिसके कारण ग्राम प्रधान ने माननीय न्यायालय से फर्जी आरोप लगाने वाली महिला के ऊपर कड़ी कार्यवाही की मांग की है जिसके कारण फिर कोई महिला किसी प्रतिष्ठित व्यक्ति के ऊपर फर्जी आरोप व मुक़दमा दर्ज कराने की कोशिश न करे l
सबसे बड़ी सोचने वाली बात यह है कि महिला हिंसा की घटनाएं सुनकर दिल दहल जाता है लेकिन फर्जी आरोप लगाकर पैसा ऐठने वाली व एक प्रतिष्ठित व्यक्ति की मान मर्यादा पर दुष्कर्म जैसा घिनौना आरोप लगाने वाली जालसाज़ महिलाओं के ऊपर प्रशासन कब कार्यवाही करने का काम करेगा यह एक बड़ा सवाल है l