चित्रकूट जिले के 50 गांवों मे त्वरित आपदा प्रबंधन टीम तैयार करने का लक्ष्य
रिपोर्ट- संजय सिंह राणा
चित्रकूट- जनपद में प्रदेश सरकार की सामुदायिक आधारित आपदा प्रबंधन क्षमताओं को मजबूत करने की सक्रिय पहल शुरू हो गई है। राज्य आपदा प्रबंधन प्राधिकरण (UPSDMA) ने सामुदायिक आधार आपदा प्रबंधन प्रशिक्षण को निष्पादित करने के लिए टाइम्स सेंटर फॉर लर्निंग लिमिटेड के साथ अनुबंध किया है। जनपद के 50 गांवों मे त्वरित आपदा प्रबंधन टीम तैयार करने का लक्ष्य है।
शुक्रवार को राज्य आपदा प्रबंधन प्राधिकरण (UPSDMA) ने सामुदायिक आधार आपदा प्रबंधन प्रशिक्षण परियोजना के द्वितीय चरण में जिला स्तरीय प्रशिक्षण मन्दाकिनी अतिथी गृह सभागार, कालूपुर चित्रकूट में किया। प्रशिक्षण का शुभारंभ अपर जिलाधिकारी वित्त एवम राजस्व गणेश प्रसाद सिंह का टाइम्स सेंटर फॉर लर्निंग लिमिटेड के परियोजना प्रबंधक द्वारा स्वागत के साथ किया गया। इस अवसर पर अपर ज़िला अधिकारी ने प्रशिक्षण कार्यक्रम के मार्ग दर्शन करते हुए जिले की विकास योजनाओं में आपदा न्यूनीकरण तत्वों को समाहित किए जाने को अति आवश्यक बताया। उन्होंने कहा कि इसके आभाव में समुचित विकास संभव नहीं है। ग्राम आपदा प्रबंधन योजना बनाते समय केवल वास्तविक आंकड़े ही लिए जाए, यह संबन्धित विभाग की ज़िम्मेदारी होगी।
प्रशिक्षण कार्यक्रम में उपस्थित विशिष्ट अधिकारियो ने भी हर गांव में आपदा से निपटने वाली एक यूनिट की स्थापना पर बल दिया। उन्होंने जिला आपदा प्रबंधन प्राधिकरण व टाइम्स ग्रुप को इस प्रशिक्षण परियोजना में अयोध्या को सम्मिलित करने के लिए धन्यवाद दिया। अपर ज़िला अधिकारी ने सभी अतिथियों व प्रतिभागियों को धन्यवाद ज्ञापित किया। प्रशिक्षण कार्यक्रम में आपदा विशेषज्ञ मासूम सिद्दीकी, ज़ियाउल हक़ व कृष्णा कुमार त्रिपाठी ने आपदा से निपटने से गुर बताए।
प्रशिक्षण कार्यक्रम मे राजस्व विभाग के सभी तहसीलदार व नायब तहसीलदार, सभी सीओ व निरीक्षक, आपदा विशेषज्ञ संजय चौहान व राहुल सिंह तथा टाइम्स ग्रुप से कृष्णा तिवारी, सुरेंद्र कुमार यादव, डिस्ट्रिक कोआर्डिनेटर हरी शंकर शुक्ला, योगेंद्र मिश्रा और रतन कुमार के साथ सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्रों के चिकित्सा अधिकारी, लोनिवि के एई, पंचायत विभाग, पशुपालन, उद्यान, खाद्य एवं रसद विभाग, मत्स्य पालन विभाग के अधिकारी मौजूद थे।
950 ग्राम पंचायतों में 50 हजार लोग होंगें प्रशिक्षित
राज्य स्तर पर ट्रेनिंग देने के बाद, जिला व ग्राम पंचायत स्तर के प्रशिक्षण में दो हजार से अधिक राजपत्रित और अराजपत्रित अधिकारी तथा उत्तर प्रदेश के 19 आपदा प्रभावित जिलों के 950 गांवों के 50 हजार से अधिक ग्रामीणों को ट्रेंड किया जाएगा।
दो महीने में इस ट्रेनिंग को कराने का लक्ष्य है। पहले चरण में लखनऊ, गोरखपुर, वाराणसी, गाजीपुर, बलिया, सोनभद्र, आजमगढ़, कुशीनगर, बस्ती, महराजगंज , बाराबंकी, अयोध्या, गोंडा, बहराइच, लखीमपुर खीरी, अलीगढ़ चित्रकूट व झाँसी को लिया गया है।