रिपोर्ट-संजय सिंह राणा
चित्रकूट– जीवन में कुछ ऐसे पल आते हैं जिनकी कोई कल्पना भी नहीं की जा सकती हैl
लेकिन ऐसा नजारा देखकर मन स्तब्ध हो गया कि शायद अब ऐसा लम्हा जीवन में कभी देखने को मिले कि ना मिले l
5 अप्रैल की रात हमेशा अपने आप में एक इतिहास रहेगी जिसका नजारा पूरी दुनिया ने देखा l
माननीय प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी जी द्वारा कोरोना वायरस जैसे वैश्विक महामारी से निपटने के लिए आवाहन किया गया था कि पूरे देश में बिना बिजली जलाए लोगों को घरों में रहना है वह कोरोना जैसी बीमारी को भगाने के लिए घरों में दीपक जलाना है जिसको लेकर पूरे देश ने प्रधानमंत्री महोदय के फैसले का स्वागत किया व 5 अप्रैल को रात्रि 9:00 बजे से 9:09 तक पूरे देश में सिर्फ दीपक ही दिखाई दे रहे थे l
ऐसा ही नजारा उत्तर प्रदेश के चित्रकूट जिले में देखने को मिला जहां पर जिला मुख्यालय से लेकर ग्रामीण अंचल तक जनता द्वारा प्रधानमंत्री महोदय के फैसले का स्वागत किया गया l
जिला प्रशासन से लेकर आम आदमी तक प्रधानमंत्री के आवाहन को दिल से लगाया व अपने घरों में दीपक जलाकर कोरोना जैसी महामारी को टक्कर देने का कदम उठाया l
चित्रकूट जिला मुख्यालय से लेकर ग्रामीण अंचल तक ऐसा नजारा देखने को मिला जैसे दीपावली का नजारा देखने को मिलता है जहां दीपावली में बिजली व दीपक के सहारे रोशनी जगमगाती है वही प्रधानमंत्री के आवाहन पर यह यादगार लम्हा दीपावली से भी ज्यादा खूबसूरत दिखा जिसमें चारों तरफ सिर्फ दीपक की किरणें ही नजर आ रही थी बिजली का कोई नामोनिशान नहीं था बिजली के नाम पर सिर्फ स्ट्रीट लाइटें ही दिखाई दे रही थी l
एकता का संदेश देती 5 अप्रैल की रात का ऐसा यादगार लम्हा हमेशा जीवन में याद रहेगा l
मन में बस एक खयाल बार-बार सवाल करता है कि क्या यह लम्हा दोबारा अपने जीवन में देखने को मिलेगा या नहीं l
भारतीय संस्कृति में लिपटे प्रधानमंत्री महोदय के फैसले का देश की जनता ने भरपूर सहयोग दिया l
वही चित्रकूट जिले की जनता ने प्रधानमंत्री महोदय के फैसले का तहे दिल से स्वागत करते हुए पूरे जिले में दीपक जलाकर उजाला कर दिया l
धर्म नगरी चित्रकूट के मठ मंदिरों में चल रहे दीपक देखकर ऐसा नजारा लग रहा था जैसे लंका विजय करके मर्यादा पुरुषोत्तम श्री राम अयोध्या लौटे थे तो पूरी नगरी तहे दिल से स्वागत करते हुए दीपक जलाए थे सभी चित्रकूट वासियों ने माननीय प्रधानमंत्री जी के आवाहन का तहेदिल से स्वागत किया है l