उत्तर प्रदेश : बेमौसम बरसात से अगर कोई सबसे ज्यादा प्रभावित हुआ तो वो किसान है, किसानो का कहना है कि धान की फसल पूरी तरह नष्ट हो गई है ,अगर बारिश और बाढ़ के चलते आपकी फसल भी बर्बाद हो चुकी हैं. तो आपको कुछ राहत मिल सकती है अगर आपने पहले से अपने खेतों का बीमा कराए हुए हैं तो बीमा कराने वाले किसानों के खेतों का बीमा कंपनी सर्वे करेगी.इसके बाद फसल बर्बाद मिलने पर मुआवजा देगी. जिला कृषि अधिकारी राजवीर सिंह ने वीडियो जारी करते हुए जानकारी दी.
अमरोहा जनपद के जिला कृषि अधिकारी राजवीर सिंह ने वीडियो जारी करते हुए बताया कि जिन किसानों ने अपनी फसल का बीमा कराया है. उन किसानों की अगर फसल बर्बाद हुई है तो बीमा कंपनी के द्वारा एक-दो दिन में सर्वे कराया जाएगा और जिन किसानों की फसल बर्बाद मिलेगी उनको उनका मुआवजा दिया जाएगा.
इसके अलावा उन्होंने बताया कि सरकार से जो भी निर्देश मिलेंगे. उसके आधार पर जिन किसानों के बीमा नहीं भी कराया है और उनकी फसल भी बर्बाद हुई है तो उनकी सूची भी हम लोग शासन को भेज देंगे. शासन से जो भी आदेश मिलेगा उसके हिसाब से हम लोग कार्य करेंगे.
सीएम योगी ने अधिकारियों को दिए निर्देश
मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने बाढ़ और अतिवृष्टि से कृषि फसलों को हुए नुकसान का आकलन करने के अधिकारियों को निर्देश दिए हैं. साथ ही जिन किसानों के मकान क्षतिग्रस्त हुए हैं. उनके नुकसान की क्षतिपूर्ति तत्काल कराने के निर्देश दिए. अधिकारियों ने मुख्यमंत्री को बताया कि राजस्व और कृषि विभाग की टीमें फसलों के नुकसान का आकलन कर रही हैं. राजस्व एवं कृषि विभागों के सर्वे के बाद किसानों को मुआवजा दिया जाएगा.
गौरतलब है कि प्रदेश के करीब 2 लाख किसान ऐसे हैं, जिनकी फसल अत्यधिक बारिश और बाढ़ से क्षतिग्रस्त हुई है. राज्य सरकार बारिश प्रभावित क्षेत्रों में सभी आवश्यक राहत और पुनर्वास के उपाय कर रही है. नुकसान की भरपाई के लिए किसानों को 68 करोड़ रुपये दिये जाएंगे. राजस्व और कृषि विभाग को आपसी समन्वय बनाकर इस काम को प्राथमिकता से पूरा करने के निर्देश दिए गए हैं.