अनिल कुमार की रिपोर्ट
कानपुर में रियल इस्टेट कारोबारी मनीष गुप्ता (35) की देर रात पुलिस की पिटाई से मौत हो गई। जांच का विरोध करने पर पुलिस कर्मियों ने उनकी बेरहमी से पिटाई की थी। उनके दोस्तों को भी पीटा था। हालत बिगड़ने पर पुलिस मनीष को लेकर एक प्राइवेट अस्पताल गई थी, जहां से उन्हें रेफर कर दिया गया था। इसके बाद पुलिस ने उन्हें मेडिकल कॉलेज एंबुलेंस से अकेले ही भेज दिया था, जहां डॉक्टरों ने मनीष को मृत घोषित कर दिया। बुधवार सुबह मनीष का शव उनके बर्रा स्थित निवास पर पहुंचा। शव पहुंचते ही माहौल गमगीन हो गया। परिजनों में पुलिस के रवैये के प्रति आक्रोश है। मनीष के घर परिजनों को ढांढस बंधाने के लिए लोगों का तांता लग गया। राजनीतिक दल के भी लोग पहुंचे। पत्नी ने 50 लाख मुआवजे, एक सरकारी नौकरी और दोषियों के खिलाफ कार्रवाई की मांग की है। कई थाने के फोर्स मौके पर मौजूद है।