गौरव शुक्ला की रिपोर्ट
फर्रुखाबाद-दुकान बंद कर मोपेड से घर जा रहे बाइक मिस्त्री की शुक्रवार देरशाम गोली मारकर हत्या कर दी गई। गांव के पास वारदात से सनसनी फैल गई। सीने में गोली मारे जाने से उसकी मौके पर ही मौत हो गई। सूचना पर पहुंची पुलिस ने जांच शुरू की। फारेंसिक टीम ने घटनास्थल से साक्ष्य इकट्ठा किए। उधर, परिजनों ने किसी से रंजिश होने से इनकार किया है।
शहर कोतवाली के गांव उस्मान नगला निवासी विनोद राजपूत (50) की सेंट्रल जेल चौराहे पर बाइक मरम्मत की दुकान है। वह शुक्रवार रात दुकान बंद कर बाइक से घर जा रहा था। बड़े भाई ओमकार घर से खेत पर जा रहे थे। जब वह गांव से कुछ दूर भट्ठे के पास मोड़ पर पहुंचे तो भाई विनोद को खूून से लथपथ हालत में पड़ा देखा। पास में ही उसकी बाइक पड़ी थी। ओमकार विनोद को लोहिया अस्पताल लेकर पहुंचे। वहां डॉक्टर ने विनोद को मृत घोषित कर दिया। उसके पेट में गोली लगी थी।
पत्नी ललिता, बेटी काजल, नंदनी, नैना व बेटा राज सहित भाई रनवीर, लाखन, परशुराम रो-रोकर बेहाल हो गए। ओमकार ने बताया कि विनोद की किसी से रंजिश नहीं थी। वह प्रतिदिन दुकान से रात को ही घर वापस पहुंचते थे। उसकी हत्या किसने और क्यों की है, इसके बारे में जानकारी नहीं है। सूचना के आधे घंटे बाद लोहिया अस्पताल में दो सिपाही पहुंचे।
पत्नी ललिता ने भी बताया कि पति की किसी से कोई रंजिश नहीं थी। समझ में नहीं आ रहा है कि पति की हत्या क्यों और किसने की है। वारदात की सूचना पर अपर पुलिस अधीक्षक के अलावा सीओ अमृतपुर लोहिया अस्पताल पहुंचे