आत्माराम त्रिपाठी की रिपोर्ट
बांदा। जनपद की तहसीलों में स्थित ट्रेजरी में स्टांपो की भारी कमी के चलते आम जनमानस को भारी परेशानियों का सामना करने के साथ जरूरत पर निर्धारित रेट से दुगने रेट पे खरीदने को बिबस।
बिस्वस सूत्रों से प्राप्त जानकारी के अनुसार स्टांप बेचने के लिए जो अधिक्रत है उन्होंने जिला मुख्यालय सहित तहसीलों में स्थित ट्रेजरी कोषागार से सौ रुपए व उसके न्यूनतम मूल्य के स्टांपो को थोक के भाव में खरीदारी कर उन्हें रोक लिया है जिसमें आवश्यक लिखा पढ़ी दस्तावेज तैयार करवाने के समय पड़ने वाली आवश्यकता पर स्टांप पेपर न होने की बात कह इन बिल्डरो द्वारा सामने वाले से अतिरिक्त स्टांप पेपर लगवाए जाते हैं वह भी मानसिक दबाव बनाते हुए निर्धारित तय मूल्य से अधिक धनराशि लेकर।इस तरह से आज चारों तरफ लूट खसोट मची हुई है। फिर चाहे वह सरकारी अस्पताल हो या किसानों की उपज को खरीदने वाले केंद्र हो य खनिज विभाग सभी जगह भ्रष्टाचार चरम पर है अब समझ में नहीं आ रहा है कि इसके लिए जिम्मेदार किसे ठहराया जाय सरकार को या उसकी मशीनरी को या उनके क्षेत्रो के सांसद विधायकों को या बिपक्ष को जो वह भी सब कुछ जानते हुए अपने विपक्ष के कर्त्तव्यों का निर्वाहन नहीं कर पा रहा है।