आत्माराम त्रिपाठी की रिपोर्ट
बांदा। जनपद मुख्यालय जिलाधिकारी का दरबार और आमजन की उनसे उम्मीदे किस तरह है आज उनके दरबार में देखने को मिली।कोरोना काल के चलते शोसलडिस्टेंटिंग का पालन करते हुए मुलाकाती को पहले सेटीनाइजर फिर थर्मल स्क्रीनिंग जांच से गुजरने के बाद दो व्यक्तियो को ही अंदर जाने की अनुमति मिल रही थी ।
इसी क्रम में जब वंहा जिलाधिकारी से मिलने आए लोगों से बाहर खड़े व्यक्तियो से बातचीत की तो अपनी अपनी समास्याओं को लेकर आमजन सहित राजनैतिक दलों के लोग समास्याओं का पुलंदा बांधे खड़े नजर आएं।तो चलो पहले इसी राजनैतिक दल बीएसपी की लेकर चलते हैं जिनके नेता आठ सूत्रीय मांगों को लेकर जिलाधिकारी आनंद सिंह को ज्ञापन देने से पहले बहुजन समाज पार्टी जिंदाबाद के नारे लगाए और अपना ज्ञापन सिटी मजिस्ट्रेट को सौंपा इसके बाद दूर दराज से आए लोगों ने जिलाधिकारी को अपनी समास्याओं से 11/20पर विकास भवन में अधिकारियों की बैठक ले अपने कार्यकाल पहुंचे जिलाधिकारी को अवगत कराया। इसमें अखिल भारतीय विद्यार्थी परिषद के हिमांशु त्रिवेदी, विवेक भदौरिया, पंकज त्रिवेदी, सुरेन्द्र त्रिवेदी,विनय तिवारी, रामकुमार आदि लोगों ने जिला अधिकारी को ज्ञापन सौंपा और जनपद में छात्रों को आधार कार्ड,जाति प्रमाण पत्र,आय प्रमाण पत्र,निवास प्रमाण पत्र, आदि बनवाने में आ रही समास्याओं से अवगत कराया जिसमें जिलाधिकारी द्वारा संबंधित अधिकारियों को निर्देशित की वह छात्रों की समास्याओं का सीघ्र निस्तारण करें।
इसी तरह ग्राम पंचायत बछेई विकास खंड महुआ से आए संतोष पुत्र शिवकुमार ने ग्राम प्रधान एवं सचिव पे लिखित प्रार्थना पत्र देते हुए उनपर मजदूरी न देने सहित अन्य कयी वित्तीय घपला करने के गंभीर आरोप लगायें है।इसी तरह मंडल मुख्यालय कचेहरी के पास अशोक लाट के नीचे 24अगस्त से ग्राम पिपरहरी विकास खंड तिंदवारी से ग्राम प्रधान एवं सचिव के के कारनामों से क्षुब्ध होकर बैठे अनशन पर रामप्रकाश सहित अन्य अनशन कारियो ने जिनमें महिला एवं 80वर्षीय ब्रध्द भी शामिल हैं ने बताया कि उनके ग्राम प्रधान एवं सचिव द्वारा उन्ही को सरकारी योजनाओं का लाभ दिया जाता है जो उन्हें उनका कार्य के पहले कमीशन देता है । उन्होंने आगे बताया कि वह 21सिंतबर को लखनऊ योगी बाबा से यंहा का अनशन समाप्त कर पैदल सभी अनशन कारियो के साथ जायेंगे और इसमें भी उनकी समास्याओं का निदान नहीं हुआ तो वहीं से वह अयोध्या पहुंच सरयू किनारे आत्मदाह कर लेंगे।
इस तरह से आज जिलाधिकारी आनंद सिंह को ढेर सारी समास्याओं से निपटने की चुनौतियां सामने है हमारी शुभकामनाएं है कि वह अपने कुशल नेतृत्व से जनपद को भय, भ्रष्टाचार से मुक्त विकासोन्मुख जिला की स्वच्छ साफ तस्वीर पेश करने में सफलता हासिल करेंगे।