राम जनम यादव की रिपोर्ट
आजमगढ़- जिले के सठियांव मे स्थित दि किसान सहकारी चीनी मिल लिमिटेड के संचालन में लगी इस्जैक नामक कंपनी के कर्मचारियों ने वेतन के नही मिलने पर बृहस्पतिवार को हड़ताल पर जाकर केन कैरियर के सामने प्रदर्शन लगे। बीके यादव मुख्य रसायन विद तथा कार्यदायी संस्था के जीएम वीरेंद्र कुमार मिश्रा के आश्वासन के डेढ़ घंटे बाद कर्मचारियों की हड़ताल समाप्त करवाया गया।
जहां कर्मचारियों की हड़ताल से मिल में अफरातफरी का माहौल रहा वहीं लगभग दो हजार कुंतल गन्ने की क्रशिंग भी प्रभावित हुई। जिले की सठियांव में गन्ना मिल संचालित करने वाली संस्था इस्जैक के 300 अधिकारी व कर्मचारी कार्यरत हैं। बीते नवंबर माह से इन कर्मचारियों को वेतन नहीं मिल पा रहा है। मिल के कर्मचारियों का कहना था कि तीन महीने के सीजन में तनख्वाह नहीं मिलेगी तो वे अपने और परिवार के लिए राशन, दवा और मकान के किराये की व्यवस्था कहां से करेंगेे। अपने बच्चों की पढ़ाई का खर्च कहां से पूरा करेंगे। अधिकारियों के आश्वासन के बाद भी जब वेतन नहीं मिला तो पहली पाली में कार्यरत लगभग 110 कर्मचारी मिल का काम बंद कर हड़ताल पर चले गए।
मिल बंद होने की जानकारी पर मुख्य रसायन विद बीके यादव व जीएम वीरेंद्र कुमार मिश्रा मौके पर पहुंच गए। लेकिन कर्मचारी तत्काल भुगतान करने की बात पर अड़ गए। बीके यादव ने बताया कि वेतन भुगतान के लिए 51 लाख रुपये का चेक मिल द्वारा जारी हो चुका है। तब कर्मचारी बोले कि मैसेज आने के बाद ही मिल चालू हो पाएगी। अधिकारियो के काफी मशक्कत के बाद चेक दिखाने पर लगभग डेढ़ घंटे बाद कर्मचारी काम पर वापस लौटे। इस्जैक के मैनेजर ने बताया कि गन्ना मिल पर संस्था का पांच करोड़ रुपये का बकाया है। हड़ताल करने वालों कर्मचारीयो में अंबरीक सिंह, अमरदीप सिंह, इंद्रमणि राय, हरिदास आदि लोग उपस्थित रहे।