राम जनम यादव की रिपोर्ट
आजमगढ: जनपद के बिलरियागंज थाना क्षेत्र के गांव देवा बिंदवल मड़ैया में पुलिस टीम द्वारा फौजी और उसके परिवार को प्रताड़ित करने की बड़ी घटना सामने आ रही है, बताया जा रहा है कि पुलिस टीम किसी केस की छानबीन में गांव में आई हुई थी पुलिस टीम को गांव में देख कर लोगों की भीड़ एकत्रित हो गई। उसी एकत्रित भीड़ में खड़े फौजी ने पुलिस वालों से गांव में आने का कारण पूछ लिया जिससे खफा होकर पुलिस टीम द्वारा फौजी के साथ अभद्रता पर उतरते हुए मारपीट की गई। यही नहीं फौजी के परिवारजनों के साथ मारपीट तथा घर के खिड़की दरवाजों को भी क्षतिग्रस्त कर दिया गया।
बता दे कि बिलरियागंज थाना क्षेत्र के देवा बिंदवाल मड़ैया गांव निवासी अनिल यादव सेना मे नौकरी करते है। कुछ दिन पहले अवकाश लेकर अपने गांव आये हुए थे। इसी दौरान किसी घटना की जांच के सिलसिले मे पुलिस टीम गांव में आई हुई थी जिसे देखकर मौके पर गांव वालों की भीड़ जुट गई, बताया जा रहा है कि एकत्रित भीड़ को हटाने के लिए पुलिस ने अभद्र भाषा का प्रयोग किया जिसे सुनकर लोगों के बीच खड़े फौजी ने विरोध जताते हुए पुलिस टीम से कहा कि आप गाली देकर किसी को इस तरह से अपमानित नहीं कर सकते। बस इतना सुनना था कि पुलिस वालों ने आव देखा ना ताव फौजी को कई झापड़ रसीद कर दिए। वहां पर मौजूद ग्रामीणों ने किसी तरह से फौजी को पुलिस वालों के चंगुल से बचाया उस समय तो पुलिस वाले वापस चले गए लेकिन रात में फिर पुलिस टीम महिला कांस्टेबल के साथ फौजी के घर पर आ धमकी।
ग्रामीण प्रत्यक्षदर्शियों के कहे अनुसार पुलिस वालों ने फौजी के परिजनों संग मारपीट करते हुए घर के खिड़की दरवाजे भी क्षतिग्रस्त कर डाले गए।यहां तक की महिलाओं लड़कियों को भी नहीं बख्शा गया। इस पुलिसिया कार्यवाही से ग्रामीणों में काफी रोष का माहौल देखने को मिला। फिलहाल ग्रामीणों की मदद से चोटिल फौजी और उसके परिवारजनो का मेडिकल कराकर इस पुलिसिया बर्बरता के खिलाफ डीएम के सामने पेश किये जाने की बात कही जा रही है। जिससे कि भविष्य में फिर इस तरह की बर्बर पुलिसिया उत्पीड़न की घटना की पुनरावृति ना होने पाए।