प्रधान संपादक की रिपोर्ट
उत्तर प्रदेश के कानपुर में पुलिस के कारनामे भी अजब-गजब है, अपराधियों से तो उसका याराना काफी हो गया है तभी तो बिकरू कांड में जहां पुलिस की सहभागिता से विकास दुबे ने 8 पुलिसकर्मियों की हत्या कर डाली थी, उसके बाद भी कानपुर की पुलिस सबक लेती हुई नहीं दिख रही है। ताजा मामला कानपुर जेल से सामने आया है, जहां पर दो कैदी प्रकाश और यासीन को जेल से हॉस्पिटल में दाखिल कराने के लिए ले जाना था, जिसके लिए 5 सिपाहियों की ड्यूटी लगी थी. तीन सिपाही जेल के थे और दो पुलिस लाइन से लिए गए थे. यह सारे लोग जेल से 2 कैदी को लेकर निकले, लेकिन रास्ते में ऐसा याराना हो गया कि उसको होटल लेकर पहुंच गए,दोनों कैदियों को लेकर पांचों पुलिसकर्मी स्वरूप नगर के पास होटल में चाय नाश्ता करने पहुंचे. इसके बाद दोनों कैदियों को कानपुर का सैर-सपाटा कराया. इसी दौरान इनका किसी ने वीडियो बनाकर सोशल मीडिया पर वायरल कर दिया. इसके बाद कानपुर पुलिस कमिश्नर बीपी जोगदंड ने मामले का संज्ञान लेते हुए पूरे मामले की जांच के आदेश दिए हैं।
पुलिस कमिश्नर बीपी जोगदंड ने जांच के बाद दोषी पुलिसकर्मियों पर कड़ी कार्रवाई का दावा किया है. इस मामले में सिपाही सूरज और संजीव जहां जेल से थे, तो संदीप और अभय पुलिस लाइन के सिपाही थे, एक सिपाही जेल कारागार का और शामिल था. अपराधियों के साथ पुलिस के इस रवैया पर सवाल उठ रहा है।