लखीमपुर खीरी ; अंकित दास ने पुलिस के सामने कई बड़े खुलासे किये है पूछताछ के दौरान अंकित ने बताया कि आशीष मिश्रा उर्फ़ मोनू भैय्या घटना से कुछ समय पहले उससे राइस मिल में मिले थे. जब अंकित ने उसे उन किसानों के बारे में बताया जिसका वह विरोध कर रहा था, तो उसने गुस्से में कहा: चलो उन्हें सबक सिखाते हैं। अंकित ने पूछताछ में कबूल किया है कि केंद्रीय मंत्री अजय मिश्रा (Ajay Mishra Teni) के बेटे आशीष मिश्रा (Ashish Mishra) किसानों के प्रदर्शन से काफी नाखुश थे और उन्हें सबक सिखाने की बात भी कही थी. हालांकि किसानों पर जीप चढ़ाने के वक़्त आशीष गाड़ी में था या नहीं इस पर उसने चुप्पी साध ली है.
पुलिस का नोटिस मिलने के बाद अंकित राज सुबह 11 बजे क्राइम ब्रांच के दफ्तर पहुंचा था. इस दौरान उसके साथ गनर लतीफ उर्फ काले भी था. पूछताछ में अंकित ने बताया कि वारदात से कुछ समय पहले ही राईस मिल पर आशीष मिश्रा उर्फ मोनू भईया की उससे मुलाक़ात हुई थी. अंकित ने उन्हें जब प्रदर्शनकारी किसानों के बारे में बताया तो वे भड़क गए और कहा था कि चलो उन्हें सबक सिखाते हैं. हालांकि जीप में आशीष था या नहीं इस पर उसने स्पष्ट जवाब नहीं दिया है. अंकित ने बताया कि वारदात के दिन मैं डिप्टी सीएम केशव मौर्या को रिसीव करने गया था. उसने बताया कि थार के पीछे मैं काली फार्च्यूनर में था जिसे शेखर भारती चला रहा था. उसने बताया कि आगे चल रही जीप किसानों को कुचलते हुए आगे निकल गई.
पूछताछ में अंकित ने बताया कि किसानों को कुचलने के बाद जीप पलट गई थी. जीप को हरिओम मिश्रा चला रहा था जिसे भीड़ ने खींचकर बाहर निकाल लिया था. अंकित ने कहा कि हम घबरा गए थे और गाड़ी से उतर कर मैंने और काले ने भीड़ पर फायरिंग की. इसके साथ ही मौके से भाग निकले. वहीं काले ने बताया कि वो करीब दस साल से अंकित दास के बॉडीगार्ड और गनर का काम कर रहा हूं.
अंकित के गनर काले ने बताया कि आगे चल रही थार गाड़ी को हरिओम चला रहा था और उसके पायदान पर दो लोग खड़े थे. वहीं जिस गाड़ी में अंकित था उसे शेखर भारती चला रहा था. काले ने बताया कि अंकित के पास पिस्टल और उसके पास रिपीटर गन है. काले ने भी बताया कि किसानों के घिरने पर उसने उन पर फायरिंग की थी. अब पुलिस कस्टडी रिमांड के दौरान पुलिस अंकित और काले से मोबाइल और हथियार भी बरामद करेगी.