प्रयागराज
मृतक विकास और आकाश कोरांव एरिया के गजाधरपुर गांव निवासी पप्पू केसरी के बेटे हैं. पप्पू पेशे से किसान है. खेती बारी के लिए उसके घर में एक ट्रैक्टर भी है. ट्रैक्टर गांव का ही मृतक सलवा उर्फ संतोष आदिवासी (19) चलाया करता था. सोमवार सुबह विकास भाई आकाश और सलवा के साथ बाइक से ड्रमण्डगंज निवासी व्यापारी के घर गया था. बताते हैं कि उसे व्यापारी से धान के रुपये लेने थे. सुबह से निकले तीनों युवक देर शाम तक घर नहीं पहुंचे. रात दस बजे के करीब विकास ने पिता पप्पू के पास फोन किया था. बताया था कि तीनों के घर घर में खाना न बनवाएं. वह ढाबे पर खाना खा ले रहे हैं. जिस मोबाइल से कॉल किया था वह ढाबा संचालक का ही था. रात काफी होने के बाद भी जब तीनों घर नहीं पहुंचे तो परिजन तलाश में जुट गए. जिस मोबाइल से विकास कॉल किया था उस पर पिता पप्पू ने फोन किया. पता चला कि तीनों ढाबे से निकल चुके हैं. रात भर परिजन तीनों को खोते रहे. सुबह तलाशते हुए परिजन ड्रमंडगंज के लिए निकले. बेलन नदी पर बने अयोध्या पुल पहुंचे तो भीड़ लगी थी. गाड़ी से उतर कर देखे तो तीनों की बॉडी देखते ही वह चीख पड़े. यह बात फैली तो ग्रामीणों की मौके पर भीड़ लग गई. पुलिस द्वारा उन्हें तीनों की मौत का कारण एक्सीडेंट बताया गया.
ग्रामीणों का फूटा गुस्सा
पुलिस की यह बात सुनते ही परिजन व ग्रामीण आक्रोश हो गए. सभी तीनों की हत्या का आरोप लगाते हुए हंगामा शुरू कर दिए. मांग थी कि मृतकों के परिजनों को नौकरी व 25-25 लाख रुपये का मुआवजा दिया जाय. अधिकारी आकर उनकी बात स्वीकार करें, तभी वह बॉडी उठने देंगे. एडीएम फाइनेंस व एसपी यमुनापार मौके पर पहुंचे. लोगों को शांत कराने में अफसरों को तीन बज गए. इसके बाद बॉडी को पोस्टमार्टम हाउस भेजा गया. देर शाम मृतक विकास के पिता पप्पू ने पुलिस को तहरीर दी. आरोप लगाया कि तीनों की चाकू से हत्या की गई है. हालांकि मौत का कारण एक्सीडेंट बता रही पुलिस अपनी बात पर अडिग रही. पुलिस का कहना था कि बुधवार को पोस्टमार्टम रिपोर्ट आने के बाद आगे की कार्रवाई की जाएगी.
अविवाहित था सलवा, दो शादीशुदा
मृतकों में सलवा आदिवासी अविवाहित था. जबकि विकास केसरी व आकाश केसरी की शादी हो चुकी है. मौत की खबर से विकास की पत्नी अनीता बेटे श्रेष्ठ व बेटी श्रेष्ठी के साथ मौके पर पहुंची और चीख पड़ी. जबकि एक वर्ष के बेटे अनमोल संग पहुंची आकाश की पत्नी संख्या भी सुधबुध खो बैठी. सलवा के परिवार में भी कोहरा मचा रहा. गमजदा परिजनों के मातम को देख ग्रामीणों की आंखें नम हो गईं. पुलिस द्वारा तीनों की एक्सीडेंट में मौत पर लोग व परिवार के लोगों ने कई गंभीर सवाल खड़े किए.
पुलिस की बात पर लोग उठा रहे सवाल
तीनों की मौत का कारण एक्सीडेंट मान रही पुलिस की बात किसी के गले से नीचे नहीं उतर रही
लोग सवाल उठा रहे कि यदि तीनों की मौत एक्सीडेंट में हुई तो कपड़े कहीं फटे क्यों नहीं
यदि पुल पर एक्सीडेंट हुआ बाइक क्षतिग्रस्त हुई तो मौके से बाइक के टूटे हुए सामान कहां गए
प्रश्न यह भी उठा एक्सीडेंट हुआ तो तीनों एक ही जगह कैसे गिरे कि बाइक तीनों के ऊपर ही थी
लोगों का कहना है कि एक्सीडेंट हुआ होता तो आकास और विकास को सिर्फ एक ही जगह चोट नहीं आती
फिर चोट सलवा आदिवासी को भी आई होती, मगर उसके शरीर पर चोट के कोई निशान नहीं है
खैर, लोगों के इन सारे सवालों का जवाब अब बुधवार को पोस्टमार्टम रिपोर्ट के बाद ही मिल सकेगा.
तीनों सोमवार को बाइक से साथ निकले थे. रात में लौटते समय कोहरा घटना था. मौके पर कुछ धान भी बिखरा हुआ है. कोहरे में किसी धान लदे ट्रैक्टर से टक्कर हुई है. तीनों की मौत का कारण भी एक्सीडेंट ही है. फिर भी, पोस्टमार्टम रिपोर्ट का इंतजार किया जा रहा है. रिपोर्ट आने के बाद उसी के आधार पर आगे की कार्रवाई की जाएगी.