अलीगढ़. ठेकों से अवैध देशी शराब खरीदकर पीने वाले 22 लोगों की मौत हो गई। हालांकि प्रशासन 18 लोगों की मौत की पुष्टि कर रहा है। डेढ़ दर्जन से ज्यादा लोगों की हालत नाजुक बनी हुई है। छह लोग ऐसे भी हैं, जिनकी मौत के बाद परिवारों ने बिना पुलिस प्रशासन को सूचना दिए अंतिम संस्कार कर दिया।
प्रशासन इनकी मौत की पुष्टि नहीं कर रहा है। सुबह खबर मिलते ही जिला पुलिस प्रशासन में हड़कंप मच गया। डीआईजी, डीएम, एसएसपी, आबकारी अधिकारी सहित पूरा अमला मौके पर पहुंच गया। दोपहर में एडीजी जोन भी यहां पहुंचे। पुलिस टीमों ने धरपकड़ करते हुए जिले में शराब तस्करी रैकेट के तीन मुख्य आरोपियों को चिह्नित कर एक मुख्य शराब कारोबारी सहित चार लोगों को गिरफ्तार कर लिया है, जबकि दो मुख्य आरोपी फरार हैं, जिन पर एडीजी ने 50-50 हजार का इनाम घोषित किया है। मुख्य आरोपियों में एक ऋषि शर्मा भाजपा से जुड़े हुए हैं और निवर्तमान ब्लाक प्रमुख के पति है।
इस मामले में सरकार ने जिला आबकारी अधिकारी, आबकारी निरीक्षक और प्रधान आबकारी सिपाही को निलंबित किया है। तीनों ही अधिकारियों के खिलाफ विभागीय कार्रवाई के निर्देश दिए गए हैं। मुख्यमंत्री ने दोषियों के खिलाफ एनएसए की कार्रवाई करने के निर्देश दिए हैं। अपर मुख्य सचिव आबकारी संजय भूसरेड्डी के अनुसार अलीगढ़ के जिला आबकारी अधिकारी धीरज शर्मा, आबकारी निरीक्षक क्षेत्र-3 राजेश कुमार यादव और प्रधान आबकारी सिपाही क्षेत्र-3 अशोक कुमार को निलंबित किया गया है। सभी के खिलाफ विभागीय कार्रवाई प्रचलित की गई है।
प्रथम दृष्टया दोषी पाए अधिकारियों के खिलाफ कार्रवाई की गई है। अभी जांच चल रही है। इस मामले में जो भी दोषी होंगे, किसी को बख्शा नहीं जाएगा। गौरतलब है कि वर्ष 2021 में प्रदेश में जहरीली शराब कांड की यह छठी बड़ी वारदात है। प्रदेश में जहरीली शराब के कारण नागरिकों की मौत लगातार घटनाएं हो रही हैं। कुछ कांड को पंचायत चुनाव से जोड़ के देखा जा रहा था। लेकिन अभी भी घटनाए रुकी नहीं हैं। प्रदेश के प्रतापगढ़, प्रयागराज, चित्रकूट, बांदा, आंबेडकर नगर, बुलंदशहर, हाथरस में भी जहरीली शराब पीने से ग्रामीणों की मौत हो चुकी है। प्रतापगढ़ में अब तक तीन और प्रयागराज में दो बार जहरीली शराब पीने से मौत के मामले सामने आ चुके हैं।
यहां से अवैध शराब पीकर बीमार हुए लोगों को एंबुलेंसों से जिला अस्पताल भेजा गया। इसी बीच पता चला कि गांव के बाहर आईओसी बाटलिंग प्लांट पर आने वाले कंटेनरों के दो चालक लापता हैं। उन्हें पुलिस ने खोजा तो वे अपने कंटेनेरों में बेसुध पड़े थे। उन्हें भी अस्पताल भिजवाया गया। इसके अलावा इलाके के गांव नंदपुर पला, राइट, हैवतपुर से भी शराब पीकर बीमार होने की खबरों पर वहां से भी बीमारों को अस्पताल भिजवाया गया। इसी तरह गभाना के गांव सांगौर से भी एक बीमार को अस्पताल भेजा गया। अस्पताल से इनमें से 9 लोगों की मौत हो गई।
इधर, कुछ घंटों बाद जवां इलाके के गांव छेरत में भी तीन लोगों की इसी तरह से शराब पीने से मौत की खबर मिली। वहां से भी तीनों शवों को पुलिस ने पोस्टमार्टम के लिए भिजवाया। इस तरह दोपहर होते-होते पोस्टमार्टम केंद्र पर 12 शवों के आने पर तमाम ग्रामीण और सियासी जमावड़ा लग गया। दोपहर में एडीजी जोन राजीव कृष्ण भी अलीगढ़ पहुंचे। उन्होंने मौका देखा और अस्पताल में गंभीर रूप से बीमार लोगों का हाल जाना। साथ में जिला स्तर पर शासन की मंशा के अनुरूप प्रकरण में सख्त कार्रवाई के निर्देश दिए।
इधर, डेढ़ दर्जन लोग लोगों का जिला अस्पताल व मेडिकल कॉलेज में इलाज किया जा रहा है। इनमें से कई लोगों को आंखों से न दिखाई देने की शिकायत है। इस मामले में एसएसपी ने बताया कि जिले के एक बडे़ शराब कारोबारी रालोद नेता अनिल चौधरी सहित चार लोगों को गिरफ्तार कर लिया है। वहीं भाजपा से जुड़े जवां के निवर्तमान ब्लाक प्रमुख पति ऋषि शर्मा व विपिन यादव फरार हैं, जिन पर इनाम घोषित किया गया है। वहीं डीएम ने मामले में एडीएम प्रशासन को मजिस्टेटी जांच सौंप दी है। घटना से प्रदेश स्तर पर हायतौबा मची हुई है। सीएम ने मामले में सख्त कार्रवाई के निर्देश दिए हैं।
– जिले लोधा, जवां व खैर इलाकों में जहरीली शराब पीने से 16 लोगों की मौत हुई है। कुछ लोग बीमार भी हैं, जिनका इलाज कराया जा रहा है। प्रकरण में अब तक जिन 5 शराब ठेकों से शराब खरीदे जाने की जानकारी मिली है, उनको सीज कर उनसे सैंपल संकलित कर जांच को भेजे हैं। साथ में ग्रामीणों द्वारा खरीदी गई शराब की शीशियों में शेष शराब भी मिली है, उन्हें भी जांच के लिए भेजा है। बाकी मजिस्ट्रेटी जांच कराई जा रही है, आरोपियों की तह तक पहुंचने का काम पुलिस स्तर से किया जा रहा है, हर संभव उचित व ठोस कार्रवाई की जाएगी। -चंद्रभूषण सिंह डीएम