लखनऊ-22 जनवरी को होने वाले राम मंदिर प्रतिष्ठा समारोह को लेकर यूपी पुलिस अलर्ट मोड पर है. उत्तर प्रदेश के डीजीपी ने सभी जिलों के पुलिस अधिकारियों के लिए अहम दिशा-निर्देश जारी किए हैं. इसके तहत कहा गया कि जिले की कोई भी घटना चाहे छोटी हो या बड़ी, उसकी सूचना डीजीपी मुख्यालय को अवश्य दी जाए,साथ ही साथ जिला पुलिस द्वारा होटल, लाउंज और धर्मशाला की जांच की जाए. समाज में अराजकता फैलाने और अफवाह फैलाने वालों पर नजर रखें. सोशल मीडिया पोस्ट पर भी नजर रखी जाए और उन पोस्ट पर खास ध्यान दिए जाए जो राम मंदिर से संबंधित आपत्तिजनक और उत्तेजक हों, जो लोग इस तरीके की गतिविधि में शामिल हैं उनके खिलाफ त्वरित कार्रवाई की जाए. हाइवे पर विशेषकर उन हाइवे पर पेट्रोलिंग बढ़ाई जाए जो अयोध्या से जुड़ते हैं. अयोध्या में होने वाले कार्यक्रम को देखते हुए सभी जिलों के कप्तानों को चौकन्ना और मुस्तैद रहने के लिए कहा गया है।
22 जनवरी को ऐसी होगी सुरक्षा
अयोध्या में राम मंदिर प्राण प्रतिष्ठा समारोह के दौरान जल-थल और नभ से निगरानी की जाएगी. एंटी ड्रोन सिस्टम से लेकर आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस से लैस कमांड कंट्रोल सिस्टम बनाए गए हैं. फिजिकल चेकिंग और वेरिफिकेशन के साथ-साथ उच्च स्तरीय सुरक्षा तकनीक का भी इस्तेमाल किया जा रहा है।
अयोध्या के सुरक्षा प्लान में स्थानीय लोगों की सहभागिता का अहम रोल होगा. व्यावसायिक प्रतिष्ठान हों या आम लोगों के घर जिनके भी घरों या प्रतिष्ठानों के सामने सीसीटीवी कैमरे लगे हैं उन सभी को पुलिस के कंट्रोल रूम से जोड़ दिया गया है. यह कैमरे पुलिस के उन 1000 से अधिक सीसीटीवी कैमरों के नेटवर्क के अलावा होंगे जो अलग-अलग स्थानों पर अदृश्य आंख की तरह सड़कों और गलियों की निगरानी कर रहे होंगे, इसी के साथ अयोध्या पुलिस फिजिकल इंटेलिजेंस का सहारा ले रही है और बड़ी संख्या में ऐसे लोगों से संपर्क कर उनको अपने साथ जोड़ा गया है जो ई रिक्शा, टैक्सी, होटल, धर्मशाला और गेस्ट हाउस कर्मचारी हैं।
पीएम मोदी के आने पर क्या है प्लान?
पीएम मोदी के अयोध्या आने को लेकर प्राण प्रतिष्ठा कार्यक्रम के पहले से ही राम नगरी की सुरक्षा-व्यवस्था की पूरी निगरानी एसपीजी के हाथों में चली जाएगी. 16 जनवरी से ही अयोध्या की सुरक्षा व्यवस्था की पूरी समीक्षा एसपीजी करेगी और जो भी खामियां दिखाई देगी उसको लेकर वह अयोध्या पुलिस को निर्देशित भी करेगी।
इसी के साथ स्पेशल कमांडो के साथ सीआरपीएफ और एनर्जी की अतिरिक्त कंपनियां भी सुरक्षा में तैनात होंगी तो यूपी एटीएस और रैपिड एक्शन फोर्स भी सक्रिय भूमिका में रहेगी. यूपी एटीएस की टीम अभी से अयोध्या पहुंच चुकी है और अयोध्या पुलिस लाइन में इसका कमांड सेंटर भी बना दिया गया है। इस बीच अयोध्या के महर्षि वाल्मिकी इंटरनेशनल एयरपोर्ट की सुरक्षा CISF को सौंप दी गई है. गृह मंत्रालय के सूत्रों के मुताबिक, गृह मंत्रालय ने CISF के 250 जवानों और अधिकारियों को सुरक्षा की जिम्मेदारी सौंपी है।