हजरत अली की शहादत के मौके पर गुरुवार को सुबह की नमाज के बाद 21वीं रमजान का जुलूस रौजाए नजफ रूसतम नगर से निकाल कर कर्बला तालकटोरा तक जाना है। इससे होने वाली अलविदायी मजलिस को मौलाना यासूब अब्बास खिताब भी करेंगे।मजलिस के बाद महिलाएं ताबूत को रौजे से उठाकर पुरूषों को सौंप देंगी और जुलूस यहां से निकल कर छोटे साहब आलम रोड, कर्बला दियानुतदौला, काजमैन, मंसूर नगर तिराहा, गिरधारी सिंह इंटर कालेज, हैदरगंज, बुलाकी अड्डा होते हुए कर्बला तालकटोरा तक पहुंचेगा जहां ताबूत को दफ्न कर दिया जायेगा। लोग दिन भर कर्बला पहुंच कर हजरत अली की तुरबत पर फातेहा भी पढ़ेंगे।
-देर रात तक मजलिसों का दौर
हजरत अली की शहादत के सिलसिले में रौजाए नजफ व रेजीडेंसी में मौलाना कल्बे जव्वाद ने मजलिस को खिताब भी किया है। मौलाना ने जब हजरत अली की शहादत का मंजर बयान किया तो अकीदतमंद अश्कबार हो गए और नजफ में मुत्तकी जैदी ने सुबह वसीयत शीर्षक से मजलिस को खिताब भी किया है।इमामबाड़ा लाडो खानम नक्खास में मौलाना अस्करी ने मजलिस को खिताब किया गया है। इमामबाड़ा अबुतालिब हसनपुरिया में मजलिस को मौलाना अब्बास इरशाद ने खिताब किया है।मजलिस के बाद ताबूत उठाया,जो रौजाए फातमैन ले गया और कर्बला अजमतुतदौला मेहदीगंज में मौलाना अब्बास इरशाद ने मजलिस को खिताब भी किया है। इमामबाड़ा अखतर हुसैन हसन पुरिया में मजलिस के बाद ताबूत की जियारत करायी और सज्जादबाग कालोनी में मजलिस को मौलाना एजाज मेहदी खान ने खिताब करा है। मजलिस के बाद ताबूत की जियारत भी कराई गई है।