महोबा से अफसार अहमद की रिपोर्ट
उत्तर प्रदेश में सरकार द्वारा विकास कार्य पर भारी भरकम धनराशि खर्च की गई ताकि प्रदेश में विकास की गंगा बहाया जा सके। किंतु आज उत्तर प्रदेश के महोबा जनपद के ग्राम सिजेहरी विकास के कामों से कोसो दूर बना हुआ है। नालियों सड़कों की हालत आज विकास की पोल खोलती नजर आ रही है। समझ में नहीं आता विकास पर खर्च धनराशि जमीन निकल गया या आसमान खा गया कुछ कहा नहीं जा सकता । किंतु आज विकास क्षेत्र में विकास का स्तर जमीनी स्तर पर शून्य नजर आ रहा है ।
ऐसा ही नजारा देखने को मिला उत्तर प्रदेश के महोबा जनपद के कबरई विकासखंड के ग्राम सिजेहरी में जहां सड़कों व नालियों का निर्माण ना होने के चलते नालियों का मलवा सड़कों पर बहता रहता है और लोगों को इसी की ऊपर से होकर गुजरना पड़ रहा है। लोगों को आने-जाने में भारी मुसीबत का सामना करना पड़ता है । हैरत की बात ये है कि सारे गांव की गंदगी इन्ही रास्तो से बह रही है ।कैरोना काल में गांव के इस विकास की चर्चा खूब बनी हुई है । गाँव के स्थानीय लोगो का कहना है कि सिजेहरी गाँव में सरकार द्वारा पैसा तो खूब भेजा जा रहा है पर जमीनी स्तर पर कही पता नहीं चलता की कहा जा रहा है,सीधे तौर पर लोगो ने इन लापरवाही और विकाश कार्य न होने पर ग्रामपंचायत को दोषी माना है। सिजेहरी ग्राम के इंजीनियर अतेंद्र राजपूत ने हमको बताया कि हमेशा से हम लोगो ने इस रास्ते के लिए प्रधान जी से कहा लेकिन प्रधान की हमेशा से ही विकाश कार्य में हीलाहवाली रही है और इसके लिए सीधे तौर पर ग्राम प्रधान जिम्मेदार है ।