घनश्याम दुबे की रिपोर्ट
महराजगंज जनपद के नौतनवा ब्लाक के रेहरा ग्राम पंचायत में अमृत सरोवर योजना के तहत पोखरे की खुदाई जेसीबी मशीन से कराने का मामला प्रकाश में आया है। मनरेगा नियमों को ताक पर रखकर खुदाई से मनरेगा मजदूरों के हक पर डाका डाला जा रहा है। पोखरे के मुख्य मार्ग से सटा होने के बावजूद जिम्मेदार बेखौफ धड़ल्ले से जेसीबी मशीन से खुदाई होता देख अनजान बने हुए हैं।
अमृत सरोवर योजना से रेहरा ग्राम पंचायत में इन दिनों पोखरे की खुदाई की जा रही है। मनरेगा मजदूरों को उम्मीद थी कि काम शुरू होने पर उन्हें रोजगार मिलेगा। लेकिन मनरेगा गाइड लाइन के उलट पोखरे की खुदाई जेसीबी मशीन से कराया जा रहा है। कार्यदायी संस्था ग्राम पंचायत के द्वारा जेसीबी से खुदाई कराए जाने पर कार्य प्रभारी पंचायत सचिव खामोश बैठे हुए। जिससे खुदाई कराने वालों के हौसले बुलंद हैं। लोगों ने कहा कि मनरेगा योजना को दरकिनार कर रात के अंधेरे में जेसीबी मशीन लगाकर पोखरे की खुदाई कराया जा रहा है। और दिन के उजाले में जेसीबी के निसान को मिटाने का कार्य किया जा रहा जबकि रेहरा ग्रामसभा ब्लॉक के पास है फिर भी अधिकारी बेखबर । मनरेगा मजदूर चाहकर भी कुछ नही कर पा रहे हैं। जेसीबी मशीन से खुदाई कराई जा रही है। इस बारे में जब ग्राम सचिव उमेश कुमार से बात हुआ तो उन्होंने कहा कि जेसीबी मशीन से पोखरे की खुदाई कराने की जानकारी नहीं है। यदि ऐसा है तो मामले की जांच कराई जाएगी। जांच में मामला सही पाए जाने पर पेमेंट नही किया जाएगा।