अर्पित श्रीवास्तव की रिपोर्ट
तिंदवारी । कस्बे के गणेश तालाब के पास श्री संकटमोचन आश्रम कुटी प्रांगण में प्रति वर्ष की भांति आयोजित वार्षिकोत्सव कार्यक्रम के तहत चार दिवसीय संगीतमय राम कथा एवं संत सम्मेलन के अंतर्गत रविवार को जटायु उद्धार के प्रसंग ने भाव विभोर कर दिया।
आयोजित रामकथा में रामायणी पंडित जगदीश त्रिवेदी ने रामचरितमानस के आधार पर सुमधुर गायन तथा वाचन के द्वारा जटायु उद्धार की कथा का वर्णन करते हुए कहा कि ” परहित बस जिन्ह के मन माही , तिन्ह कहुं जग दुर्लभ कछु नाही ।तनु तिय तात जाहु मम धामा ,देउं काह तुम्ह पूरन कामा ।” मर्यादा पुरुषोत्तम भगवान राम जटायु से कहते हैं कि जिनके मन में दूसरे का हित बसता है अर्थात समाया रहता है, उसके लिए जग में कुछ भी दुर्लभ नहीं है। हे तात शरीर छोड़कर आप मेरे परमधाम में जाइए। मैं आपको क्या दूं , आप तो पूर्ण काम हैं। जटायु ने गीध की देह त्याग कर हरि का रूप धारण किया और बहुत से अनुपम आभूषण और दिव्य पितांबर पहन लिए। श्याम शरीर है, विशाल भुजाएं हैं और नेत्रों में प्रेम तथा आनंद के आंसुओं का जल भरकर वह स्तुति कर रहा है। हे राम जी आपकी जय हो, आपका रूप अनुपम है, आप निर्गुण हैं, सगुण हैं और सत्य ही गुणों के प्रेरक हैं। यहां चंद्रशेखर शास्त्री रामायण चित्रकूट , रेखा रामायणी आगरा द्वारा रामचरितमानस के प्रसंगों को संगीत के माध्यम से प्रस्तुत कर मंत्रमुग्ध कर दिया। यहां प्रतिवर्ष होने वाले वार्षिक उत्सव में आश्रम के महंत उद्धव दास जी महाराज के दर्शन कर श्रद्धालुओं ने आशीर्वाद प्राप्त किया। इस अवसर पर भाजपा नेता आनंद स्वरूप द्विवेदी, ठाकुर सत्येंद्र प्रताप सिंह, विष्णु दत्त तिवारी, बिंदा प्रजापति, सत्यनारायण द्विवेदी, गौरीशंकर गुप्ता, रविकरण गुप्ता, अखिल पटेल, बड़े लाल सिंह पटेल प्रमुख रूप से उपस्थित रहे।