रुपेश पटेल की कलम से
क्रिकेट के भगवान कहे जाने वाले सचिन तेंदुलकर का आज 47वां बर्थडे है, लेकिन वे इस जन्म दिन को सेलिब्रेट नहीं करेंगे, क्योंकि कोरोना वायरस महामारी के कारण उन्होंने इस बार अपना जन्म दिन नहीं मनाने का फैसला किया है। सचिन का ये एक फैसला उनके लाखों-करोड़ों फैंस को उनके और करीब ले आता है।
24 अप्रैल 1973 को मुंबई में जन्मे मास्टर ब्लास्टर सचिन तेंदुलकर ने अपनी ऑटोबायोग्राफी ‘प्लेइंग इट माइ वे’ में बताया है कि बचपन में एक बार उन्होंने मजबूरी में विकेटकीपिंग करनी पड़ी, लेकिन इसका उन्हें भारी नुकसान भी उठाना पड़ा। इस बारे में उन्होंने उन्होंने शिवाजी पार्क में खेले गए 1 मैच के बारे में बताया कि बचपन में मेरी जिंदगी एडवेंचर से भरी थी। मैं शिवाजी पार्क में क्रिकेट खेल रहा था। तब मेरी उम्र 12 साल की थी और मैं अपनी टीम का कप्तान था और मेरी टीम के विकेटकीपर को चोट लग गई थी। मैंने अपनी पूरी टीम से पूछा कि क्या कोई विकेटकीपिंग करेगा, लेकिन कोई किसी ने हां नहीं बोला। जिसके बाद मुझे मजबूरन खुद विकेट कीपिंग करनी पड़ी।’
सचिन के मुताबिक, ‘मैं विकेटकीपिंग करने में परफेक्ट नहीं था और तभी एक बॉल मिस हुई और तेजी से मेरी तरफ आई। मैं इससे पहले कुछ करता, बॉल सीधे मेरे चेहरे पर लगी। मुझे काफी गहरी चोट लग गई थी और खून भी काफी बहने लग गया था। मेरी आंख बाल-बाल बची थी।’ उन्होंने आगे बताया कि उस समय उनके पास इतने पैसे नहीं थे कि वो टैक्सी लेकर घर जाते और बस में बैठकर जाने से भी उन्हें शर्म आ रही थी। फिर उन्होंने अपने एक दोस्त से साइकिल पर लिफ्ट मांगी और अपने घर पहुंचे थे।
क्रिकेट के लगभग हर बड़े से बड़े रिकॉर्ड को अपने नाम करने वाले साढ़े पांच फीट के मास्टर ब्लास्टर सचिन तेंदुलकर ने 22 गज की पट्टी पर लगभग ढाई दशक तक समय बिताया है। मुंबई में जन्मे इस खिलाड़ी का नाम क्रिकेट की किताब में अमिट रहेगा, क्योंकि इस छोटे कद के महान खिलाड़ी ने दर्जनों ऐसे कीर्तिमान स्थापित कर दिए हैं, जो मौजूदा तो छोड़िए भविष्य में भी आने वाले क्रिकेटरों के लिए पत्थर की लकीर होंगे।
भारत रत्न से सम्मानित सचिन रमेश तेंदुलकर का जन्म 24 अप्रैल, 1973 को यानी आज ही के दिन हुआ था। यही नहीं, सचिन राज्यसभा सांसद भी रह चुके हैं। इसके अलावा सचिन तेंदुलकर को इंडियन एयर फोर्स के ग्रुप कैप्टन के सम्मान से नवाजा गया है। वहीं, आइसीसी ने उन्हें हॉल ऑफ फेम अवॉर्ड से भी सम्मानित किया है। आइए सचिन तेंदुलकर के कुछ वर्ल्ड रिकॉर्ड्स पर नज़र डालें जो उनको और महान बनाते हैं।
सचिन के रिकॉर्ड
अंतरराष्ट्रीय क्रिकेट में सबसे ज्यादा रन
अंतरराष्ट्रीय क्रिकेट में सबसे ज्यादा गेंद खेलने का रिकॉर्ड
अंतरराष्ट्रीय क्रिकेट में सबसे ज्यादा शतक
अंतरराष्ट्रीय क्रिकेट में सबसे ज्यादा अर्धशतक
अंतरराष्ट्रीय क्रिकेट में सबसे ज्यादा 90+ रन
अंतरराष्ट्रीय क्रिकेट में सबसे ज्यादा मैच
अंतरराष्ट्रीय क्रिकेट में सबसे ज्यादा प्लेयर ऑफ द मैच अवार्ड
अंतरराष्ट्रीय क्रिकेट में सबसे ज्यादा प्लेयर ऑफ द सीरीज अवार्ड
अंतरराष्ट्रीय क्रिकेट में सबसे ज्यादा चौके
अंतरराष्ट्रीय वनडे क्रिकेट में पहला दोहरा शतक
अंतरराष्ट्रीय क्रिकेट में शतकों का शतक
टेस्ट क्रिकेट में 50 से ज्यादा शतकों का रिकॉर्ड
बता दें कि सचिन तेंदुलकर ने अपना अंतरराष्ट्रीय डेब्यू पाकिस्तान के खिलाफ कराची के मैदान पर साल 1989 में किया था। इस मैच में उन्होंने मिडिल ऑर्डर में बल्लेबाजी करते हुए सिर्फ 15 रन की पारी खेली थी, लेकिन यही वो दिन था जब क्रिकेट की किताब में एक ऐसा अध्याय जोड़ा गया, जिसका कभी अंत ही नहीं हो सका। सचिन तेंदुलकर ने अपना आखिरी इंटरनेशनल मैच साल 2013 में खेला था। वेस्टइंडीज के खिलाफ उन्होंने आखिरी मैच में अर्धशतक जड़ा था।
मास्टर ब्लास्टर सचिन तेंदुलकर ने वनडे करियर की शुरुआत भी उसी साल पाकिस्तान के खिलाफ की थी, लेकिन वे बिना खाता खोले आउट हो गए थे। यहां तक कि आखिरी मैच भी सचिन ने पाकिस्तान के ही खिलाफ साल 2012 में खेला था, जिसमें उन्होंने 52 रन बनाए थे। ये सचिन तेंदुलकर के वनडे करियर का 96वां अर्धशतक था, जो अपने आप में एक रिकॉर्ड है। इसके बाद से वे कभी भारत के लिए नीली जर्सी में नजर नहीं आए थे।
बता दें कि भारत के पूर्व दिग्गज बल्लेबाज सचिन तेंदुलकर ने कोविड-19 महामारी के खिलाफ भारत की लड़ाई में अग्रणी भूमिका निभा रहे लोगों के सम्मान में इस साल अपना जन्मदिन नहीं मनाने का फैसला किया है। उनका मानना है कि इस महामारी से लड़ने में अग्रणी भूमिका निभा रहे चिकित्सकों, नर्सों, चिकित्सा सहायकों, पुलिसकर्मियों, सैनिकों का आभार व्यक्त करने का यह सर्वश्रेष्ठ तरीका हो सकता है। तेंदुलकर पहले ही इस महामारी से लड़ने के लिए 50 लाख रुपये का योगदान कर चुके हैं। वह अन्य तरह के कई राहत कार्यों से भी जुड़े हुए हैं।
सचिन तेंदुलकर ने भारतीय टीम के लिए एकमात्र टी20 अंतरराष्ट्रीय मैच खेला है, जिसमें उन्होंने दस रन की पारी खेली थी। यह मैच उन्होंने साउथ अफ्रीका के खिलाफ साल 2006 में खेला था। हालांकि, आइपीएल में वे लंबे समय तक एक्टिव रहे थे, लेकिन टी20 इंटरनेशनल क्रिकेट उनको ज्यादा खेलने को नहीं मिली। वहीं, क्रिकेट के लिए अपने जीवन के दर्जनों साल देने वाले सचिन तेंदुलकर के लिए लोगों के जहन में आज भी सचिन…सचिन…सचिन की गूंज जिंदा है।