सीतापुर। आखिरकार पुलिस ने 94 दिनों बाद मुख्य अभियुक्त जुबराइल को दबोच लिया और अपहृत युवती को भी बरामद कर लिया है। जुबराइल युवती को अपहरण कर उसके मतांतरण का आरोपित है। आरोपित-अपहृत युवती को पुलिस ने चौका नदी पल के पास से दबोचा है। पुलिस ने जुबराइल को जेल भेजा है और बरामद युवती को न्यायालय में पेश किया है।
तंबौर थानाध्यक्ष अंबर सिंह ने बताया, आरोपित व अपहृत युवती को तंबौर-लहरपुर मार्ग पर चौका नदी पुल के पास से पकड़ा गया है। अपहृत युवती की बरामदगी और अभियुक्त की गिरफ्तारी पुलिस के लिए पिछले तीन महीने से चुनौती बनी थी। इन दोनों की खोज के लिए कई पुलिस टीमों ने पंजाब, उत्तराखंड, राजस्थान, दिल्ली के साथ ही यूपी के बदायूं, बहराइच, लखीमपुर खीरी, लखनऊ समेत कई जिलों में खाक छानी थी। पड़ोसी देश नेपाल में भी तीन दिन तक पुलिस बॉर्डर के प्लाईवुड फैक्ट्रियों में जाकर तलाश की थी। मामला तंबौर क्षेत्र के एक गांव से 19 वर्षीय युवती 23 नवंबर की रात से लापता थी। पुलिस ने 24 नवंबर को अपहृत युवती के पिता की तहरीर पर एक अज्ञात के विरुद्ध मुकदमा लिखा था। मामला तूल पकडऩे पर मुकदमे में पुलिस ने तीन दिसंबर को उप्र विधि विरुद्ध धर्म संपरिवर्तन परिषेध अधिनियम (लव जिहाद) भी मुकदमे में जोड़ा था।
13 लोग जा चुके हैं जेल
लव जिहाद मामले में कुल 13 आरोपित जेल जा चुके हैं। इसमें जुबराइल की मां जन्नतुन, बहनोई उस्मान, भाई इजराइल, उसकी पत्नी अफसर जहां, मोइनुद्दीन, रफीक, शमशाद, जावेद, आकिब, सरोज शुक्ल, जुबराइल की मौसी की देवरानी चांदबीबी व उसके मौसेरे दो भाई पप्पू व लद्दाफ।