परवेज़ अंसारी की रिपोर्ट
नई दिल्ली, कोराेना काल में बिहार विधानसभा और विभिन्न उपचुनावों के बाद अब राज्यसभा की 11 सीटों के लिए चुनाव की घोषणा कर दी गयी है। इनमें उत्तर प्रदेश की 10 और उत्तराखंड की एक सीट शामिल है। दोनों राज्यों में भाजपा की सरकारें होने से पार्टी इनमें से कम से कम 9 सीटें जीतने की स्थिति में है। इन चुनाव नतीजों के बाद राज्यसभा में भाजपा समेत एनडीए का संख्याबल बहुमत के करीब पहुंच जाएगा।
राज्यसभा से 25 नवंबर को रिटायर होने जा रहे नेताओं में केंद्रीय मंत्री हरदीप सिंह पुरी, सपा नेता राम गोपाल यादव, कांग्रेस के पीएल पुनिया, अभिनेता से नेता बने राज बब्बर प्रमुख हैं। इनके साथ ही सपा के चंद्रपाल सिंह यादव, रवि प्रकाश वर्मा, विशम्भर प्रसाद निषाद, जावेद अली खान, भाजपा के अरुण सिंह और नीरज शेखर, बसपा के वीर सिंह और राजाराम शामिल हैं। सभी 11 सीटों के लिए 27 अक्तूबर को नामांकन और 9 नवंबर को मतदान होगा। मतदान के दिन ही मतगणना कर ली जाएगी, लेकिन परिणाम 11 नवंबर को घोषित किए जाएंगे।
उत्तराखंड में भाजपा की पूर्ण बहुमत की सरकार है। यहां से कांग्रेस के राज बब्बर रिटायर हो रहे हैं। यह सीट भाजपा के खाते में जाना तय है। उत्तर प्रदेश में भी भाजपा की सरकार है और विधायकों के संख्याबल को देखते हुए कुल 10 सीटों में भाजपा को 8 सीटें मिलना तय माना जा रहा है। अतिरिक्त समर्थन जुटा लिया तो उसे एक और सीट मिल सकती है। जबकि सपा को एक ही सीट मिल पाएगी। प्रदेश विधानसभा की कुल 403 सीटों में से अभी 395 विधायक हैं, जबकि 8 सीटें खाली हैं। इनमें से 7 सीटों पर उपचुनाव हो रहे हैं। अभी भाजपा के 306 विधायक हैं। उसे अपना दल के 9 तथा 3 निर्दलीय विधायकों का समर्थन मिला है।