डिलेश्वर प्रसाद साहू की रिपोर्ट
धमतरी – कूछ दिनों से भारतीय जनता पार्टी के साथीगण चाहे वह पूर्व मंत्री अजय चन्द्राकर हो उनके त्रिस्तरीय पंचायत के जनप्रतिनिधि हो या भाजपा संगठन से जुड़े लोग हो लगातार इनके द्वारा धरना प्रदर्शन, जल सत्याग्रह कर शराब बंदी के मुद्दे
पर कांग्रेस की भूपेश बघेल सरकार को चौतरफा घेरने की कोशिश की गई ।
इसके जवाब में कांग्रेस नेत्री कुरुद विंधानसभा की छाया विधायक लक्ष्मीकांता साहू व जिला कांग्रेस कमेटी धमतरी के उपाध्यक्ष हेमन्त साहू ने संयुक्त प्रेस विज्ञप्ति में भाजपा के लोगो को आड़े हाथों लेते हुए कहा कि, पिछले पंद्रह वर्षो तक आप सत्ता में रहे ,
ठीक है आपने अपने घोषणा पत्र में शराब बंदी की घोषणा नही की
लेकिन इन पंद्रह वर्षो में आपको शराब में कोई बुराई नही दिखा ?
निर्बाध रूप से आपके पंद्रह वर्षो में वैध अवैध शराब बिक्री की भरमार थी।
अपितु ये कहे कि इन्ही पंद्रह वर्षो में आपने लोगो को शराब पीने का आदि बना दिया।
हर घर परिवार में कलह , लड़ाई झगड़े दंगा फसाद इसी की वजह से होता रहा , इन पंद्रह वर्षो में शराब सबसे बड़ी सामाजिक बुराई बनकर उभरा , परिवार के सदस्य तंग आकर आत्महत्या तक जैसे कदम भी उठाए ।
लेकिन भाजपा के साथियों को कभी बुराई नजर नही आया क्यो?
मैं पूर्व मंत्री अजय चन्द्राकर जी से पूछना चाहती हूं क्यो इन पंद्रह वर्षो में आपने शराबबंदी हेतु अपने घोषणा पत्र में इसे नही लाया?
क्यो आपने इसे समाजिक बुराई नही माना?
क्यो आपने मानवता के लिये कलंक इस नशापान को रोकने का प्रयास नही किया?
इन पंद्रह वर्षो में भाजपा के साथियों ने शराबबंदी के लिए एक भी प्रयास नहीं किया । क्यो ? क्यो?
इन प्रश्नों का जवाब पहले दे ।
इसलिए इस विषय पर आप लोगो को बोलने का पूछने का भी अधिकार नहीं बनता।
आगे श्रीमती लक्ष्मीकांता व हेमन्त साहू ने कहा कि शराब सबसे बड़ी बीमारी व महामारी है। यह नशापान मानव को दानव बना देती हैं। जिस घर मे यदि एक शराबी है तो उस घर में कलह लड़ाई झगड़ा सामान्य बात हैं, इस नशा से गांव गांव में अशांति का वातावरण निर्मित हो जाता हैं।
सड़क दुर्घटना भी इसी की वजह से होती हैं , आर्थिक क्षति ,मानसिक प्रताड़ना का सबसे बड़ा जन्मदाता ये शराब ही हैं।
इसलिये हमारी कांग्रेस की सरकार ने शराबबंदी का निर्णय अपनी घोषणा पत्र में किये है ,वह स्वागत योग्य है व इस ओर ग्रामीण व शहरी क्षेत्रों में बहुत से शराब दुकानों को बंद कर धीरे धीरे शराबबंदी की ओर अपना कदम बढ़ाया है ।
पूरे हिंदुस्तान में सबसे तेजी से यदि घोषणा पत्र को अमलीजामा पहनाया गया है तो वह एक मात्र
छत्तीसगढ़ में हमारी भूपेश बघेल की कांग्रेस की सरकार ने कर दिखाया है।
मुझे आशा ही नही अपितु पूर्ण विश्वास है कि हमारी कांग्रेस की भूपेश बघेल की सरकार अपने बचे ढाई वर्षों में हर हाल में पूर्ण शराबबंदी अवश्य करेगी।
भाजपा के हमारे साथी धैर्य रखते हुए अभी से पूर्ण शराबबंदी की मांग को अपने घोषणा पत्र में प्रथम स्थान में रखे।
क्योंकि यह सिर्फ छत्तीसगढ़ नही अपितु पूरे देश की मुख्य समस्या है।