शेखर की रिपोर्ट
जहां सरकार के द्वारा स्वास्थ्य सुरक्षा सप्ताह मनाया जा रहा है उसको देखते हुए 16 मई से लेकर 27 मई तक लॉकडाउन किया गया है सड़क पर वाहन लेकर चलने के लिए 16 मई से ही पास लागू कर दिया गया है वही बाघमारा प्रखंड अंतर्गत महुदा थाना क्षेत्र के लोग पट्टी स्थित दामोदर नदी के हॉटस्पॉट डोंगा घाट पर बालू माफिया का अवैध कब्जा खत्म होने का नाम ही नहीं ले रहा है। कोरोना का हाल में जहां एक और लोग घर से बाहर निकलने को विवश है वहीं दूसरी ओर महुदा थाना क्षेत्र में बालू माफिया की चांदी ही चांदी है सड़क पर बिना ई पास कोई भी वाहन नहीं चल रही है वहीं अब सब्जी लेने या अन्य किसी काम के लिए वाहन पर सवार होकर घर से निकल रहे हैं तो इसके लिए ही ई पास अनिवार्य है लेकिन ऐसे में सवाल यह उठता है कि राज्य सरकार द्वारा जारी किया गया यह फरमान सिर्फ आम लोगों के लिए है या फिर सभी के लिए इस कोरोना काल मे राज्य भर में लगे आंशिक लॉकडाउन के वजह से सड़कों पर ज्यादातर सन्नाटा ही रहता है जिसका फायदा अवैध बालू कोयला लोहा कर्मचारी खुलेआम उठा रहे हैं। इन्हें करड़ी ना तो रुकने वाला है और ना ही इन ट्रैक्टरों की कोई जांच करने वाला है जिस कारण इस माफियाओं की चांदी हो रही है कोविड-19 को लेकर ग्राम रक्षा दल के समीप बना पुलिस कैंप रविवार से सड़कों पर वाहनों से चलने के लिए एक पा सिस्टम लागू कर दिया गया है जिसको लेकर क्षेत्र में जगह-जगह पर चेक पोस्ट बना बिना ही पाक के चलने वाले वाहन की जांच के लिए पुलिस बल तैनात किया गया है वहीं क्षेत्र में स्थित ग्राम रक्षा दल के समीप पुलिस कैंप बनाई गई है पर लोगों की माने तो यह सिर्फ आम लोगों की ही वाहनों की जांच की जाती है तस्करों की गाड़ियों को बिना किसी जांच के आने जाने की छूट है इन्हें अवैध बालू लदे ट्रैक्टर को पकड़ने के लिए स्थानीय पुलिस अधिकारी से अनुमति नहीं है इनकी देखरेख में प्रतिदिन दर्जनों अवैध बालू लदे ट्रैक्टर बोकारो की और आराम से जाते देखा जा सकता है दामोदर नदी पर आते ही के पुकारो पुलिस का चेक पोस्ट है और बोकारो पुलिस बल भी तैनात हैं लेकिन वहां भी अवैध बालू लदे सभी ट्रैक्टरों से चढ़ावा लेकर छोड़ दिया जाता है सूत्रों की माने तो अवैध बालू का कारोबार इतने बड़े पैमाने पर स्थानीय थानेदार एवं खनन विभाग की मिलीभगत के बिना संभव नहीं है बालू माफियाओं द्वारा अवैध रूप से बालू का खनन कर धड़ल्ले से दुगुनी दर से सरकार को करोड़ों के राजस्व का चूना लगा रहे हैं यह बालू माफिया