हरिश साहू की रिपोर्ट
बिलासपुर (छत्तीसगढ़) । बिलासपुर नगर निगम में कचरा डंप करने के एवज में जिस कंपनी को हर माह 1 करोड़ 5 लाख रुपए भुगतान करती है, वह कंपनी कचरा नहीं, बल्कि मिट्टी इक्कट्ठा तौलाकर निगम को चुना लगा रही है। वहीं जनता की आंखों में धूल झोंककर सरकारी खजाने से करोड़ों की राशि गटकने की इस करतूत को निगम के ही सभापति शेख़ नजीरुद्दीन ने पकड़ लिया है। इस संबंध में सभापति शेख नसीरुद्दीन ने बताया कि बिलासपुर में नगर निगम में जारी भ्रष्टाचार की सूचना लगातार मिल रही थी जिसके संदर्भ में पूर्व में लिखित शिकायत भी की गई थी। पर कोई कार्यवाही नहीं हो सकी और निगम अधिकारियों की सांठगांठ से लंबे समय से कचरे में घोटाला किया जा रहा है। इस मामले को रंगेहाथों पकड़ने के लिए मैं अपनी सहयोगी टीम के साथ पहुंचा तो गाड़ी चालक मौके से भाग खड़े हुआ और गाड़ी में 80-90 प्रतिशत कचरे की जगह मिट्टी से भरा हुआ था। इन गाड़ियों में मिट्टी और कचरे को जमा करके तौल किया जाता है। इस तरह से गाड़ियों में 14-16 टन तक वजनी कचरा व मिट्टी अपलोड होता है। उस आधार पर प्रत्येक टन के अनुसार दो हजार रुपए का भुगतान निर्धारित है। इस मामले में आगे कहा कि दोषी अधिकारियों के खिलाफ सस्पेंशन की कार्यवाही और रामके ठेका कंपनी के विरुद्ध थाने में जुर्म दर्ज समेत रिकवरी की कार्यवाही पुराने फ़ाइल को खोलकर की जाएगी।