हरिश साहू की रिपोर्ट
रायपुर। भारतीय जनता पार्टी अनुसूचित जाति मोर्चा के प्रदेश विशेष आमंत्रित सदस्य श्रीमती मंजूलता टंडन ने कहा है कि प्रदेश सरकार की लापरवाही के चलते गौठानों में पुख़्ता इंतज़ाम नहीं होने के कारण एक ओर जहाँ मवेशियों के लिए पर्याप्त चारा-पानी तक मुहैया नहीं है, वहीं ख़ूब हंगामा मचाकर शुरू किया गया रोका-छेका अभियान भी दम तोड़ता नज़र आ रहा है। श्रीमती टंडन ने कहा कि प्रदेश सरकार के नाकारापन के कारण रोका-छेका अभियान अब ग्रामीणों में आपसी विवाद की वज़ह भी बनता जा रहा है।
भाजपा अजा मोर्चा प्रदेश विशेष आमंत्रित सदस्य श्रीमती मंजूलता टंडन ने आगे कहा कि प्रदेशभर के अनेक गाँव आज भी ऐसे हैं जहाँ गौठान निर्माण का काम सिर्फ़ फ़ाइलों में ही हुआ है। इन गौठानों में चबूतरा, शेड, चारा-पानी के पुख़्ता इंतज़ाम नहीं होने के ग्रामीण अपने मवेशियों को खुला छोड़ रहे हैं। इससे न केवल रोका-छेका अभियान पर सवालिया निशान लग रहा है, अपितु मवेशियों द्वारा खेतों में फसल चरने से ग्रामीणों में विवाद और मारपीट की नौबत तक पैदा हो रही है। डौण्डी नगर के गौठान में भूखे-प्यासे रखे गए मवेशियों के मामले का ज़िक्र करते हुए श्रीमती टंडन ने कहा कि प्रदेश सरकार ने गौठानों में मवेशियों के लिए पर्याप्त चारा-पानी तक का इंतज़ाम नहीं किया है। हाल ही मवेशियों के स्वच्छंद विचरण और फसल को हो रहे नुक़सान से परेशान ग्रामीणों द्वारा संबंधित निकाय के घेराव की सुगबुगाहट के बाद आनन-फानन इन मवेशियों को नगर पंचायत के पास स्थित सांस्कृतिक भवन में रखा गया जहाँ न तो चारा था और न ही पानी। मवेशी टैंकर से गिरता हुआ पानी पीकर अपनी प्यास बुझा रहे थे। लगभग एक माह पूर्व सीएमओ को पत्र देकर मवेशियों से हो रही समस्याओं पर ध्यान आकर्षित करने के बाद भी नियमों का हवाला देकर इसमें की जा रही टालमटोल ने समस्या को बढ़ाया है।