रेशम वर्मा कि रिपोर्ट
अंधे कत्ल का खुलासा
घर अंदर हुई हत्या के मामले में मृतक के पिता और भाई को पुलिस ने किया गिरफ्तार। मृतक का गला काटर की गई थी हत्या ।
पुलिस को सिर की लाश बरामद कर आगे विवेचना के लिए लिया था ।
हत्याकांड में मृतक कमलेश मनहरे के शव को डी एस पी सिद्धार्थ बघेल मौके पर पहुचे थे उस वक्त भी श्री बघेल ने संदेह ब्यक्त करते हुए घर में ही आरोपी होने की बात कही थी ।टी आई चंद्रा की टीम लगातार पूछ ताछ करते रहे और अंततः मृतक के पिता व भाई ने उक्त हत्या करने की बात कही ।
आज डीएसपी सिदार्थ बघेल और टी आई सी आर चंद्रा ने मामले का खुलासा किया ।
आरोपी को गिरफ्तार कर लिया गया है जो कमलेश मनहरे के भाई व पिता ही है
उपर तस्वीर में आरोपी भाई जितेन्द्र मनहरे,और अमर सिंह पिता की है ।आगे की जानकारी जल्द खुलासा पुलिस करने जा रही है ।
पुलिस सूत्रों के अनुसार इस घटना की सूचना के बाद ही घरेलू रंजिश की बात ही की गई थी ।कुसमी हत्या कांड के लिए खुलासे से पुलिस को अंधे कत्ल का खुलासा हो ही गया है।दिनांक 06.05.2021 को मृतक कमलेश मनहरे को अज्ञात व्यक्ति द्वारा गला काट कर हत्या कर देने के संबंध में मर्ग क्रमांक 26/21 धारा 174 जा0फौ0 दर्ज कराया तथा गला कटने से मौत होना पाये जाने पर प्रथम दृष्टया हत्या होना पाये जाने पर थाना पलारी अपराध क्र. 198/2021 धारा 302,201 भादवि0 दर्ज कर तत्काल श्रीमान पुलिस अधीक्षक महोदय श्री कल्याण ऐलेसेला, अति0 पुलिस अधीक्षक श्रीमति निवेदिता पाल के मार्ग दर्शन में उप पुलिस अधीक्षक सिद्धार्थ बघेल एवं थाना प्रभारी पलारी सी0आर0 चन्द्रा व थाना पलारी के समस्त अधिकारी/कर्मचारियों द्वारा त्वरित विवेचना शुरू किया गया, मौके पर रायपुर से फोरेसिंक वैज्ञानिक डां0 समीर कुर्रे एवं जिला बलौदाबाजार डॉग स्कावड टीम को मौके पर बुलाकर सुक्ष्म निरीक्षण किया गया। संदेह के दायरे में मृतक के पिता अमरसिंग मनहरे और बडे भाई जितेन्द्र मनहरे को लाकर लगातार पूछताछ किया जा रहा था, जो गोल गोल जवाब दे रहे थे। तत्पश्चात् मृतक की पत्नी ननकी मनहरे को हिकमत अमली से पूछताछ किया गया जो घटना का पर्दाफाश करते हुये बतायी कि-
वर्ष 2013 से ही कमलेश मनहरे को पागल पन का दौरा आता था तब घर वालों को मां बहन की गंदी गंदी गाली देकर परेशान करता था। घटना दिनांक 05.05.2021 की रात जब अपने पति कमलेश और ससुर अमरसिंग के साथ घर कुसमी में थे उस समय जेठ जितेन्द्र मनहरे सास रजवन्तीन व नंनद रानी परसाभदेर में थे। तभी कमलेश मनहरे को पागल पन का दौरा आया। उसी समय जितेन्द्र मनहरे फोन लगाकर पूछा ठीक हुआ कि नहीं। दो-तीन बार पूछा ठीक नहीं होने पर करीब 11.00 बजे फोन आया।
तब अमरसिंग ने कमलेश की हत्या करने के लिये अपने बेटा जितेन्द्र मनहरे को बुलाया जो मोबाईल को परसाभदेर में छोडकर मोटर सायकल से घर आया और कमलेश मनहरे का गला दबाकर उसके पिता अमरसिंग और बडा भाई जितेन्द्र ने हत्या कर दिया और धारदार हसिया से गला काट दिये। आग जला कर खून को बहने से रोकने के लिये हल्का झुर (जला) दिये। उसके बाद लाश को सायकल से ले जाकर पहंदा पुल बन रहा वहां खेत में रख दिये और खून सने बोरी, साल और आरोपीगण द्वारा पहने कपडे जिसमें खून सना था लेकर शमशान घाट कुसमी में जला दिये और राख को तालाब में फेंक दिये। खून सने धमेला को धोकर घर में छिपा दिये। सायकल को पुराने घर में छिपा दिये और जिस हसिया से गला काटे थे उसे चौखडिया तालाब के पानी में फेंक दिये, सारे सबूतों को आरोपीगण के निशांनदेही पर जप्त कर लिया गया है। आरोपीयों को आज दिनांक 13.05.2021 को गिर0 कर न्यायिक रिमांड पर न्यायालय पेश किया गया है। डीएसपी सिद्धार्थ बघेल, थाना प्रभारी पलारी निरीक्षक सीआर चंद्रा, उप निरीक्षक चितराम ठाकुर, सउनि अश्वनी पडवार, आरक्षक गोवर्धन ध्रुव, सुरज सिंह राजपूत, विरेन्द्र साहू, तुलेश्वर डडसेना, कृष्णा जांगडे, रथराम साहू, अमन चैन तिर्की, गांधीराम वर्मा, विक्की वर्मा, देवेन्द्र पुरैना, पप्पु पनागर, मनोज श्रेय, सुरेश आनंद, गुलशन वर्मा, दिनानाथ कश्यप, अनिल महिलांगे, नरसिंग टंडन, शिवकौशल व सायबर सेल के आरक्षक कुमार जायसवाल एवं महिला आरक्षक लीला साहू, आशा भारती का विशेष योगदान रहा।