रेशम वर्मा की रिपोर्ट
बलौदा बाजार । छत्तीसगढ़ बलौदाबाजार ग्राम डोंगरा का सरपंच ने करीब एक माह पहले सरपंच पद से स्तीफा दे दिया था। जिसके पश्चात खलबली मच गई थी। सरपंच धनकुमार औधेलिया के इस्तीफे को लेकर चर्चाओ का बाजार गर्म रहा। सरपंच ने एक माह पहले उप संचालक के नाम से जिला पंचायत में स्तीफा दे दिया था। जिसे स्वीकार पर कर लिया गया। वर्तमान में पूर्व सरपंच धनकुमार औधेलिया पद मुक्त हो गया है। वही, इसके पहले उपसरपंच और सभी 11 पंचो ने सरपंच के कार्य से नाखुश होकर अनुविभागीय अधिकारी (राजस्व) में सरपंच धनकुमार औधेलिया को हटाने के लिए अविश्वास प्रस्ताव लगाया गया था। ग्रामीणों की माने तो अविश्वास प्रस्ताव की सुगबुगाहट सुनकर सरपंच धनकुमार औधेलिया द्वारा पद से इस्तीफा दे दिया गया। सरपंच का स्तीफा स्वीकार होने के बाद 30 जून दिन बुधवार को पंचायत इस्पेक्टर आर.एस.मनहरे और पंचायत सचिव देवनारायण वर्मा की उपस्थिति में स्थानापन्न सरपंच की नियुक्ति की गई । जिसमें सर्वसम्मित से उपसरपंच शिव वर्मा को 6 माह के लिए स्थानापन्न सरपंच के पद पर नियुक्त किया गया।
उल्लेखनीय है कि विगत एक माह पहले से ग्राम पंचायत डोंगरा में राजनीतिक उथल पुथल मची हुई थी। जहाँ उपसरपंच शिव वर्मा और 11 पंचों ने सरपंच के खिलाफ अविश्वास प्रस्ताव के लिए आवेदन दिया गया था। पंचों के द्वारा आवेदन देने के उपरांत सरपंच धनकुमार औधेलिया ने अपने पद से त्याग पत्र देने संबंधी आवेदन संबंधित विभाग में दिये थे। सरपंच के द्वारा दिये हुए आवेदन पर विचार करते हुए स्तीफा को स्वीकार कर लिया गया। इस प्रकार सरपंच ग्राम पंचायत डोंगरा के सरपंच पद से पद मुक्त हो गया। जिसके पश्चात 6 माह के लिए स्थानापन्न सरपंच की नियुक्ति 30 जून को ग्राम पंचायत भवन डोंगरा में किया गया। जिसमें सर्वसम्मित से उपसरपंच शिव वर्मा को स्थानापन्न सरपंच पद पर नियुक्त किया गया। नवनियुक्त सरपंच शिव वर्मा ने कहा कि गांव में विकास कार्य तेजी से सम्पन्न किया जाएगा। उनकी नियुक्ति पर सविता वर्मा, भूपेन्द्र वैष्णव, वंदना देवी, संतोषी निर्मलकर, भूपेन्द्र चेलक, गंगाबाई टण्डन, बसंती वर्मा, हितेश वर्म, तोरन वर्मा, भारती वर्मा, अनुप वर्मा ने हर्ष व्यक्त किया है।
वही, सरपंच धनकुमार औधेलिया से चर्चा में बताया गया कि मैंने अपनी स्वेच्छा से सरपंच पद से स्तीफा दिया हॅू। किसी के दबाव में आकर इतना बड़ा फैसला नहीं लिया हॅू। घरेलू कामकाज में ज्यादा व्यस्त रहने की वजह से सरपंच पद से स्तीफा दिया हॅू। पंचों के आवेेदन देेंनेे के पहले ही मैनेे स्तीफा के लिए आवेदन लगा दिया था।