शेखर की रिपोर्ट
झारखंड अभिभावक महासंघ का प्रतिनिधि मंडल जिला संरक्षक राकेश मधु के नेतृत्व में बोकारो जिला के नवनियुक्त उपायुक्त कुलदीप चौधरी जी का स्वागत एवं मांग पत्र सौंपा । साथ ही निजी विद्यालय के द्वारा सरकारी आदेश एवं माननीय न्यायालय के आदेश को दरकिनार करते हुए मनमानी पर उतर
आए निजी विद्यालय कि शिकायत से अवगत कराया । एमजीएम स्कूल के द्वारा पहले तो बच्चों को ऑनलाइन क्लास से वंचित किया गया और अब दिनांक 12 जुलाई से चल रही परीक्षा से भी वंचित कर दिया गया। जिसको लेकर आज झारखंड अभिभावक महासंघ एवं अभिभावकों का प्रतिनिधिमंडल नव पदस्थापित उपायुक्त से मिलकर अपनी बातों को रखा। उपायुक्त के द्वारा आश्वासन दिया गया है राकेश मधु के कहा एमजीएम स्कूल के द्वारा बच्चों को ऑनलाइन क्लास एवं परीक्षा से बच्चों को वंचित कर दिया गया एवं धमकी दी गई है कि आगे भी परीक्षा नहीं देने दिया जाएगा। जिले के अधिकांश पब्लिक स्कूल मनमानी पर उतर आए हैं। वे न तो सरकार के आदेश को मान रहे हैं और ना ही न्यायालय के आदेश की परवाह है बोकारो में संचालित ज्यादातर पब्लिक स्कूल बिना फीस लिए बच्चों का ऑनलाइन क्लास भी नहीं करने दे रहे हैं। इससे परेशान अभिभावक कभी उपायुक्त कार्यालय का चक्कर काट रहे थे तो कभी जिला शिक्षा पदाधिकारी का कार्यालय का चक्कर कांट रहे थे। जिला शिक्षा पदाधिकारी के कार्यालय से आदेश और पत्राचार का सिलसिला ना जाने कितने महीनों से चल रहा है लेकिन उस पर आज तक उस आदेश का उल्लंघन करने वाले निजी विद्यालयों पर प्रशासन का डंडा नहीं चला । खानापूर्ति के नाम पर सिर्फ विभागीय पत्राचार ही किया जा रहा है। जबकि ऑनलाइन क्लास से वंचित करने एवं परीक्षा से वंचित करने को लेकर बोकारो जिला के पूर्व उपायुक्त राजेश सिंह के द्वारा ज्ञापांक 576/गोo दिनांक 19 फरवरी 2021 को आदेश भी निकाला गया था। लेकिन उस आदेश को भी इन निजी विद्यालयों के द्वारा ठेंगा दिखा दिया गया और विभाग उस समय से आज तक सिर्फ पत्राचार ही कर रहा है। झारखंड अभिभावक महासंघ का प्रतिनिधि मंडल एवं अभिभावक आज इस संबंध में ज्ञापन दिया है। उनकी बातों से अभिभावक संतुष्ट दिखे अभिभावकों को पूर्ण विश्वास है नवपदस्थापित उपायुक्त के आने से अभिभावकों को बल मिलेगा एवं उनके एवं बच्चों के कष्ट का निवारण होगा। वहीं महासंघ के महासचिव अजित ठाकुर ने कहा जिला शिक्षा पदाधिकारी के तरफ से किसी भी प्रकार का अभिभावकों के शिकायत पर कार्रवाई नही करने की वजह से खामियाजा अभिभावको एवं बच्चों को ऑनलाइन क्लास से वंचित करना एवं परीक्षा से भी वंचित करना जैसे मानसिक पीड़ा से गुजरना पड़ रहा है जो कि राइट टू एजुकेशन एक्ट का उल्लंघन है। झारखंड अभिभावक महासंघ जल्द ही 200 अभिभावकों से प्राप्त इन निजी विद्यालयों के खिलाफ शिकायत पत्र लेकर उपायुक्त से मिलेगा।को उठाना पड़ रहा है इसी का नतीजा यह है कि पुकारो की निजी विद्यालयों का मनोनीत ना बड़ गया है कि सरकार की आदेश यह नयायाधीश को भी थे ना दिखा दिया जा रहा है। अभिभावक महासंघ का दरवाजा खटखटाया है विभिन्न पब्लिक स्कूलों के सैकड़ों अभिभावकों ने लिखित शिकायत मासूम को दी है पब्लिक स्कूलों की मनमानी से परेशान अभिभावक अब शिक्षा विभाग पर तू सवाल उठने लगे हैं
वही उपायुक्त ने जांच करके कार्रवाई का भरोसा दिलाया गया है। मौके पर अभिभावक महासंघ के उपाध्यक्ष शंभू प्रसाद, नवीन कुमार संजय श्रीवास्तव ,दीपक कुमार आदि अभिभावक उपस्थित थे।