घर परिवार छोड़ दिया पर सेवाओं से मुँह नही मोड़ा
जयपुर ब्यूरो रिपोर्ट
देश एवं मानवता पर आए संकट की इस घड़ी में जहाँ पूरे देश मे सरकार एवं प्रशासन कोरोना के खिलाफ मुस्तैदी से लड़ रहा है वहीं इस लड़ाई में कुछ लोग ऐसे भी हैं जो बिना किसी सरकारी सेवा में रहे, बिना किसी स्वयम सेवी संस्था / संगठन के बिना एक भी दिन रुके लगातार सेवाएं दे रहे हैं, उनमें एक नाम है आध्यात्मिक वक्ता एवं लेखक मनीष विजयवर्गीय का।
नर सेवा नारायण सेवा को चरितार्थ करते 125 परिवार को गोद लिया इसके अतिरिक्त राशन के करीब 280 किट, 20000 भोजन के पैकिट, 2500 मास्क, 2000 साबुन की बट्टी, 3000 मिनरल वाटर की बोतल, 20 टन सब्जी एवं फ्रूट, नियमित गायों को चारा, पंछियो को दाना डालने के साथ साथ अजमेर रोड फुटपाथ पर रहने वाले निर्धनों के लिए टेंकर एवं साबुन की व्यवस्था कर नहलाया, प्रार्थना करवाई, मास्क दिया एवं कोरोना बचाव के लिए जानकारी मनीष विजयवर्गीय दे रहे हैं।
विगत तीन दिनों से अजमेर रोड एवं टोंक रोड पर अपने घरों की ओर पैदल जा रहे मजदूर परिवारों को वे चरण पादुकाएं अर्पित कर रहे है। उनके द्वारा मियमित की जा रही सेवाओ के चलते रंगोली गार्डन में रहने वाके मनीष विजयवर्गीय के रोज बाहर जाने पर सोसाइटी के रहवासियों द्वारा आपत्ति पर वह रुके नही उन्होंने 10 दिन तक अपना घर परिवार छोड़ दिया पर सेवाएं नही रोकी।