विशाल भगत की रिपोर्ट
जालंधर । सरकारी अस्पतालों में ठेके पर तैनात लैबोरेटरी टेक्नीशियंस की ओर से सेवाएं रेगुलर करने की मांग को पूरा न करने पर वीरवार को हड़ताल की गई। इस मौके पर मुलाजिमों ने कामकाज ठप करके खूनदान कर सरकार के खिलाफ रोष व्यक्त किया। एमएलटी एसोसिएशन (कांट्रेक्ट आधार) पंजाब के महासचिव सुखविंदर सिंह ने बताया कि पंजाब हेल्थ सिस्टम कारपोरेशन, नेशनल एड्स कंट्रोल सोसायटी, टीबी विभाग तथा एनएचएम के बैनर तले तैनात समूह लैब टेक्निसियंस सांझा मोर्चा पंजाब की ओर से वीरवार को हड़ताल की गई। इस दौरान केवल इमरजेंसी सेवाएं दी गई। लैब टेक्निशंयस ने सिविल अस्पताल के ब्लड बैंक में रक्तदान कर सरकार के खिलाफ रोष व्यक्त किया।सुखविंदर सिंह ने बताया कि लैब टेक्नीशियंस पिछले करीब 20 साल से सेहत विभाग में ठेके पर सेवाएं प्रदान कर रहे है। विभाग की नीतियों की पालना करते हुए उनकी नियुक्तियां की गई थी। कोरोना काल में हाईरिस्क पर उनके साथी लोगों को सेवाएं प्रदान कर रहे है। इनमें से कई साथी कोरोना पॉजिटिव भी पाएं गए है। मुलाजिमों के वेतन भी इतने कम है कि घर का गुजारा मुश्किल से चलता है।उन्होंने सरकार के नए खाली पदों की जगह पर उनके मुलाजिम एडजेस्ट करने की गुहार लगाई है। सेहत मंत्री ने दोबारा आवेदन कर भर्ती की प्रक्रिया को पूरा करने होगा तथा मेरिट में आने वालों को नियुक्त करने की बात कही थी। सेहत मंत्री के इस जवाब के बाद एसोसिएशन के सदस्यों व पदाधिकारियों में रोष है। इस मौके पर नीतीश, निधि, रंजीत शिल्पी, सीमा, अरुण, रेनू, हरदीप सिंह तथा नवजीत मौजूद थे।